भारतीय टीम को क्रिकेट इतिहास में दुनिया के कई धुरंधर बल्लेबाज मिले हैं। इनमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, मोहम्मद अजहरुद्दीन, विराट कोहली, रोहित शर्मा और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शतक लगाना किसी भी खिलाड़ी के लिए काफी गर्व की बात होती है। बल्लेबाजों की ऐसी पारियां उनकी उपलब्धि में गिनी जाती हैं। यहां ऐसे तीन खिलाडियों की लिस्ट लेकर आए हैं जो बेशक बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं लेकिन बावजूद इसके ये खिलाड़ी सबसे लंबे फॉर्मेट में खेलते हुए भी एक भी शतक नहीं लगा पाए।
#3 अभिनव मुकुंद
अभिनव मुकुंद भारतीय टेस्ट टीम में साल 2011 में दिखाई दिए। घरेलू मैचों में अपने शानदार प्रदर्शन से मुकुंद को काफी प्रतिष्ठा मिली थी। हालांकि घरेलू मैचों में दिखाए अपने शानदार प्रदर्शन को मुकुंद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नही दोहरा पाए। औसत प्रदर्शन करते हुए अभिनव मुकुंद 14 इनिंग्स में सिर्फ दो अर्धशतक ही लगा पाए। इसका नतीजा ये हआ कि मुकुंद खुद को एक अच्छे ओपनर के तौर पर साबित करने में नाकाम रहे। इतना ही नहीं इंडियन टेस्ट टीम में मुकुंद अपनी जगह भी नहीं बना पाए और बहुत जल्द बाहर हो गए।
मौका मिलने पर भी मुकुंद खुद को साबित नहीं कर पाए। मुकुंद की घरेलू परफॉर्मेंस देखने के बाद सभी को उम्मीद थी कि वो टेस्ट मैच में भी शानदार पारियां खेलते हुए रनों का अंबार लगाएंगे, जिसके उलट उनके खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम में जगह नहीं मिली।
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#2 आकाश चोपड़ा
घरेलू परफॉर्मेंस को देखने के बाद आकाश चोपड़ा को 2003 में भारतीय क्रिकेट टीम में बतौर ओपनर जगह दी गई। आकाश चोपड़ा ने अपना डेब्यू मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। डेब्यू मैच में आकाश ने काफी शानदार प्रदर्शन करते हुए 73 रन बनाए थे। इसके बाद लगातार दो मैचों में आकाश की परफर्मेंस काफी अच्छी रही और उन्होंने अगले दोनों मैचों में अर्धशतक जड़े।
उनके इस प्रदर्शन के कारण उन्हें 2003 में ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में भी चुन लिया गया। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आकाश अपना शानदार प्रदर्शन बरकरार नहीं रख पाए। ऑस्ट्रेलिया की आक्रमक गेंदबाजी के आगे आकाश का बल्ला नहीं टिक पाया। ऐसे में उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
इसके बाद 2004 में आकाश चोपड़ा ने भारत के लिए 9 टेस्ट इनिंग्स खेलीं, जिसमें उन्होंने 13 की औसत के साथ सिर्फ 113 रन स्कोर किए। आकाश के ऐसे खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद वो टीम में वापसी करने में भी नाकाम रहे। अपने दो साल के करियर में आकाश ने सिर्फ दो अर्धशतक ही लगाए।
#1 अजय जडेजा
अजय जडेजा का नाम भारत के ऑल राउंडर्स में शामिल है। उन्हें टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व ज्यादा बार करने का मोका नहीं मिला। 1994 में अजय ने बतौर ओपनर इंडिया की टेस्ट टीम में अपना डेब्यू किया था। लेकिन अपने बल्ले से सबका दिल जीतने में अजय जडेजा नाकाम रहे। 24 टेस्ट पारियों में जडेजा ने चार अर्धशतक लगाए लेकिन उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं बन पाया।
हालांकि अजय जडेजा की घरेलू परफॉर्मेंस की बात करें तो उनके कई शतक दर्ज हैं। जहां जडेजा ने घरेलू मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए 20 शतक बनाए हैं, ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय मैचों के दौरान सभी की नजरें उनपर थी और जडेजा के पास भी खुद को साबित करने का एक शानदार मौका था जो उनके हाथ से फिसल गया।
लेखक: विशाल सिंह
अनुवादक: हिमांशु कोठारी