भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट (IND vs SA) मुकाबला काफी चर्चा में रहा। इसकी सबसे बड़ी वजह अब तक के इतिहास में सबसे छोटा टेस्ट मैच होना रहा, जिसमें सिर्फ 642 गेंदों का खेल देखने को मिला। दो दिन के अंदर खत्म हुए इस मुकाबले में भारतीय टीम ने बाजी मारी और दक्षिण अफ्रीका में सिर्फ दूसरी बार सीरीज ड्रॉ कराने में कामयाबी हासिल की, साथ ही केपटाउन में पहली बार कोई टेस्ट मुकाबला जीता। भारत के टेस्ट इतिहास में यह तीसरा मौका रहा, जब कोई मुकाबला सिर्फ दो दिनों में ही खत्म हो गया।
केपटाउन में खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने यह पूरी तरह गलत साबित हुआ। प्रोटियाज टीम 23.2 ओवर ही खेल पाई और 55 रन बनाकर ऑलआउट हो गई, जो क्रिकेट में प्रवेश लेने के बाद उसका सबसे कम टेस्ट टोटल भी रहा। जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 34.5 ओवर खेले और 153 रन बनाकर 98 रनों की अहम बढ़त हासिल की। इसके बाद, दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 36.5 ओवर में 176 रन बनाये और जीत के लिए 79 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे भारत ने तीन विकेट खोकर 12 ओवर में ही हासिल कर लिया।
इससे पहले भारत के सिर्फ दो मुकाबलों में हुआ था दो दिन में मैच खत्म
भारतीय टीम के लिए सिर्फ दो दिन में खत्म होने वाला सबसे पहला मुकाबला 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ रहा था। बेंगलुरु में खेले गए मुकाबले में भारत ने पहले खेलते हुए 104.5 ओवर में 474 का स्कोर बनाया था, जवाब में अफगानिस्तान एक ही दिन में दो बार ऑलआउट हो गई थी और मुकाबला दूसरे दिन ही समाप्त हो गया था। अफगानिस्तान ने अपनी पहली पारी में 27.5 ओवर में 109 और दूसरी पारी में 38.4 ओवर में 109 का स्कोर बनाया था।
2021 में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में खेला गया सीरीज का तीसरा टेस्ट मुकाबला भी सिर्फ दो दिनों में ही खत्म हो गया था और भारतीय टीम ने 10 विकेट से जीत दर्ज की थी। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 48.4 ओवर में 112 का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में भारतीय टीम ने 53.2 ओवर में 145 रन बनाये थे और 33 रनों की बढ़त हासिल की थी। दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम 30.4 ओवर में 81 रन ही बना पाई और जीत के लिए 49 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे भारत ने बिना कोई विकेट गंवाए 7.4 ओवर में ही हासिल कर लिया था।