Indian player and a state board dispute: इन दिनों क्रिकेट के गलियारों में चैंपियंस ट्रॉफी के साथ-साथ भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज की भी चर्चा हो रही है। वहीं ऑफ फील्ड में टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन भी सुर्खियों में बने हुए हैं। संजू के चर्चा में होने के कई कारण हैं लेकिन सबसे बड़ा कारण उनका और उनके स्टेट बोर्ड के बीच विवाद है, जो विजय हजारे ट्रॉफी को लेकर शुरू हुआ था और अभी भी जारी है। संजू को केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने विजय हजारे ट्रॉफी के स्क्वाड में शामिल नहीं किया और माना जा रहा है कि इस टूर्नामेंट में ना खेल पाने के कारण ही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया के स्क्वाड से उनका पत्ता कट गया।
हालांकि, भारतीय क्रिकेट में यह पहला मौका नहीं है, जब किसी खिलाड़ी और उसके स्टेट बोर्ड के बीच मनमुटाव की स्थिति बनी हो। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 मौकों का जिक्र करने जा रहे हैं, जब एक भारतीय खिलाड़ी और उसके स्टेट बोर्ड के बीच विवाद की स्थिति देखने को मिली।
3. दीपक हूडा बनाम बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन
साल 2021 में दीपक हूडा और क्रुणाल पांड्या के बीच सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान विवाद की बात सामने आई। दीपक ने तत्कालीन कप्तान क्रुणाल पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिसमें बदसलूकी करना और करियर खत्म करने की धमकी देना भी शामिल है। हालांकि, बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने दीपक पर कोई एक्शन नहीं लिया और उन्हें सस्पेंड कर दिया। इसके बाद, हूडा ने अपनी स्टेट टीम का साथ छोड़ दिया और राजस्थान के साथ जुड़ गए।
2. हनुमा विहारी बनाम आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन
पिछले साल हनुमा विहारी और आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन के बीच रणजी ट्रॉफी सीजन के बीच काफी ज्यादा विवाद देखने को मिला था। दोनों ही पक्षों में एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे। हनुमा ने आंध्र क्रिकेट बोर्ड पर उन्हें कप्तानी छोड़ने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया। उन्होंने एक रिजर्व टीम के साथी की भी आलोचना की, जो एक राजनेता का बेटा है। उसने आरोप लगाया कि मैच के दौरान हनुमा द्वारा उस पर अपशब्द कहने के बाद उसने अपने पिता से कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। क्रिकेटर द्वारा एक अलग टीम के लिए खेलने के लिए राज्य छोड़ने की धमकी देने से पहले एसीए ने व्यवहार के आधार पर विहारी के खिलाफ जांच शुरू की थी। हालांकि, बाद में स्थिति सुलझ गई और राज्य की नई सत्तारूढ़ पार्टी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) द्वारा पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिए जाने के बाद विहारी आंध्र टीम में लौट आए।
1. संजू सैमसन बनाम केरल क्रिकेट एसोसिएशन
संजू सैमसन और केरल क्रिकेट एसोसिएशन के बीच विवाद विजय हजारे ट्रॉफी के कारण शुरू हुआ। दरअसल, संजू सैमसन ने टूर्नामेंट के आगाज से पहले तैयारी के लिए आयोजित किए गए कैंप में हिस्सा नहीं लिया था और इसी वजह से उन्हें टूर्नामेंट के लिए मुख्य स्क्वाड में जगह नहीं दी गई थी। हालांकि, कई अन्य खिलाड़ियों को कैंप ना अटेंड करने के बावजूद स्क्वाड में शामिल किया गया था लेकिन संजू को मौका नहीं दिया गया। इसके बाद से ही इस मामले ने तूल पकड़ा और संजू के पिता ने भी स्टेट बोर्ड के कुछ सदस्यों पर अपने बेटे के करियर को खत्म करने का आरोप लगाया।