3 lowest Totals in ODI Format: लिमिटेड ओवरों के फॉर्मेट में सामान्य से कम टोटल बनाना हर टीम के लिए काफी शर्म की बात होती है। टी20 क्रिकेट की शुरुआत होने के बाद से वनडे फॉर्मेट में भी अब ज्यादातर बल्लेबाज ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं। इसी चक्कर में कई बार पूरी टीम सस्ते में भी निपट जाती है। वनडे फॉर्मेट में अब तक कई ऐसी टीमें रही हैं, जो 50 रन का टोटल खड़ा करने से पहले ऑलआउट हुई हैं। इस आर्टिकल में हम वनडे क्रिकेट के इतिहास में अब तक बने 3 सबसे कम स्कोर का जिक्र करेंगे।
वनडे क्रिकेट इतिहास के अब तक के 3 सबसे कम स्कोर
3. 38 रन, जिम्बाब्वे बनाम श्रीलंका (कोलंबों, 2001)
2001 में श्रीलंका में त्रिकोणीय वनडे सीरीज खेली गई थी, जिसमें श्रीलंका के अलावा वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे ने भी हिस्सा लिया था। सीरीज का पहला मैच कोलंबों में खेला गया था और जिम्बाब्वे की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 15.4 ओवरों में महज 38 रन पर ढेर हो गई थी। चामिंडा वास ने जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों का तेल निकाल दिया था, उन्होंने 8 विकेट झटके थे। मेजबानों ने इस टारगेट को पांचवें ओवर में एक विकेट खोकर हासिल कर लिया था।
2. 36 रन, कनाडा बनाम श्रीलंका (पार्ल, 2003)
वनडे वर्ल्ड कप 2003 का 18वां मैच कनाडा और श्रीलंका के बीच खेला गया था। इस मुकाबले में कनाडा के बल्लेबाजों की ओर से बेहद शर्मनाक प्रदर्शन देखने को मिला था। पहले खेलते हुए कनाडा टीम 18.4 ओवरों में 36 रन पर ऑलआउट हो गई थी। प्रभात निसानका और चामिंडा वास ने मिलकर सात विकेट झटके थे। जवाबी पारी में श्रीलंकाई टीम ने इस लक्ष्य को पांचवें ओवर में 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया था।
1. 35 रन (जिम्बाब्वे बनाम श्रीलंका, 2004), (यूएसए बनाम नेपाल, 2020)
वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे कम स्कोर बनाने का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से जिम्बाब्वे और यूएसए के नाम दर्ज है। इन दोनों टीमों ने क्रमश: 35-35 रन बनाए हैं। जिम्बाब्वे ने ये शर्मनाक कारनामा 2004 में श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए किया था। वहीं, युसए टीम 2020 में नेपाल के विरुद्ध खेलते हुए 35 रन पर ढेर हो गई थी।