3 Sixes Indian Fans will Never Forget : टी20 क्रिकेट का ईजाद जबसे हुआ है, हर एक फॉर्मेट में काफी चौके-छक्के लगने लगे हैं। टेस्ट हो, वनडे या फिर टी20 अब एक-एक मैच में ही काफी ज्यादा छक्के लग जाते हैं। अगर आपको तेजी से रन बनाने हैं तो फिर छक्के लगाने पड़ेंगे। कई बल्लेबाजों को इसमें महारत हासिल होती है तो कई खिलाड़ी उतने छक्के नहीं लगा पाते हैं।
छक्कों की अगर बात करें तो भारतीय टीम में इसका काफी महत्व है। कुछ छक्के ऐसे हैं, जिसे नहीं भुलाया जा सकता है। कुल मिलाकर 3 ऐसे छक्के हैं, जिसे भारतीय फैंस हमेशा याद रखेंगे। हम आपको उन्हीं 3 छक्कों के बारे में बताते हैं।
3. 2007 टी20 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह के 6 छक्के
2007 के पहले टी-20 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह के उन 6 छक्कों को भला कौन भूल सकता है जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर लगाए थे। युवराज सिंह से पहले 3 बल्लेबाज एक ओवर में 36 रन बना चुके थे। लेकिन इससे पहले किसी भी बल्लेबाज ने किसी ऐसे तेज गेंदबाज के खिलाफ 6 छक्के नहीं मारे थे जो कि एक मजबूत टीम का रेगुलर तेज गेंदबाज हो। युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर 6 छक्के ऐसे लगाए मानो कि वो कोई साधारण गेंदबाज हों। भारत ने 2007 का पहला टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया लेकिन युवराज के वो 6 छक्के आज भी भारतीय फैंस के जेहन में ताजा हैं।
2.2003 वर्ल्ड कप में शोएब अख्तर के खिलाफ सचिन तेंदुलकर का छक्का
2003 के वर्ल्ड कप में भी भारत और पाकिस्तान के बीच हाईवोल्टेज मुकाबला हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने सईद अनवर के बेहतरीन शतक की बदौलत 50 ओवरों में 273 रनों का अच्छा स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में सचिन तेंदुलकर ने शोएब अख्तर की जमकर धुनाई की और बेहतरीन 98 रन बनाए। सबको उम्मीद थी कि सेंचुरियन की तेज पिच पर शोएब अख्तर खतरनाक साबित होंगे। उन्होंने काफी तेज डाली लेकिन सचिन तेंदुलकर ने शोएब की गेंद को कट करके थर्ड मैन बाउंड्री के बाहर 6 रनों के लिए भेज दिया।
3.2011 वर्ल्ड कप में एम एस धोनी का विजयी छक्का
2011 का वर्ल्ड कप फाइनल और जगह मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम। महेंद्र सिंह धोनी के उस शॉट ने पूरे हिंदुस्तान को वो खुशी मनाने का मौका दिया जिसका इंतजार सभी देशवासी 28 साल से कर रहे थे। श्रीलंका के 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी ने कप्तानी पारी खेली और अंत में नुवान कुलसेखरा की गेंद पर छक्का लगाकर भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप दिला दिया। जब भी भारतीय क्रिकेट के शानदार इतिहास की बात होगी तब धोनी के उस छक्के का जिक्र जरूर होगा।