मौजूदा समय में दुनिया भर में कई सारे फ्रेंचाइजी बेस्ड टूर्नामेंट खेले जाते हैं, लेकिन इनमें से सबसे पसंदीदा और बड़ा टूर्नामेंट आईपीएल (IPL) है। जो 2008 से क्रिकेट के चाहने वालों के साथ खिलाड़ियों की भी लोकप्रिय टी20 लीग रही है। आईपीएल में खेलने वाले खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी द्वारा मोटी रकम तो मिलती ही है, साथ में टूर्नामेंट के दौरान मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने पर भी इन खिलाड़ियों को कई सारे अवार्ड्स दिए जाते हैं।
आईपीएल में वैसे तो कई सारे अवार्ड्स पूरे सीजन के दौरान खिलाड़ियों में बांटे जाते हैं लेकिन कुछ अवार्ड ऐसे हैं जो एक आईपीएल सीजन में सिर्फ एक बार ही खिलाड़ियों को जीतने का मौका मिलता है। आईपीएल सीजन के दौरान सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज को ऑरेंज कैप दी जाती है जबकि टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज को पर्पल कैप से नवाजा जाता है। आईपीएल इतिहास में अभी तक ऐसा सिर्फ तीन बार हुआ जब एक ही टीम के खिलाड़ियों ने ये दोनों अवार्ड जीते हों।
3 मौके जब IPL में ऑरेंज और पर्पल कैप विजेता एक ही टीम से चुने गए
#3 जोस बटलर और युजवेंद्र चहल (राजस्थान रॉयल्स, 2022)
आईपीएल के 15वें सीजन में राजस्थान रॉयल्स ने फाइनल तक सफर तय किया था, हालाँकि फाइनल मुकाबले में आरआर को गुजरात टाइटंस के हाथों हार का सामना करना पड़ा। राजस्थान को आईपीएल 2022 में फाइनल तक पहुंचाने में जोस बटलर और युजवेंद्र चहल ने अहम भूमिका निभाई थी।
बटलर ने इस सत्र में 17 मैचों में 57.53 की औसत से 863 रन बनाये जिसमें चार शतक और इतने ही अर्धशतक जड़े। वहीं गेंदबाजी में चहल ने इतने ही मुकाबले खेलते हुए 19.52 की शानदार औसत से 27 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था। 15वें सीजन में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए बटलर ऑरेंज कैप विजेता बने तो वहीं दाएं हाथ के गेंदबाज चहल पर्पल कैप जीतने में सफल रहे।
#2 डेविड वॉर्नर और भुवनेश्वर कुमार (सनराइजर्स हैदराबाद, 2017)
आईपीएल के दसवें सीजन में डेविड वॉर्नर ने 14 मैच खेलते हुए 58.27 की उम्दा औसत से एक शतक और चार अर्धशतकों की मदद से 641 रन बनाये थे जिसके लिए उन्हें ऑरेंज कैप विजेता घोषित किया गया था। जबकि पर्पल कैप इसी टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के खाते में आई थी, उन्होंने 14 मैचों में 14.19 की औसत से 26 विकेट हासिल किये थे। आपको बता दें, 2017 में एसआरएच ने वॉर्नर की कप्तानी में प्लेऑफ तक का सफर तय किया था, लेकिन एलिमिनेटर मुकाबले में केकेआर के हाथों सात विकेटों से हारने के बाद हैदराबाद टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी।
#1 माइकल हसी और ड्वेन ब्रावो (चेन्नई सुपर किंग्स, 2013)
आईपीएल इतिहास में सबसे पहली बार एक ही टीम से ऑरेंज और पर्पल कैप जीतने वाले खिलाड़ी सीएसके के रहे थे। ऑरेंज कैप विजेता हसी ने इस संस्करण में 17 मैचों में 52.36 की जबरदस्त औसत 733 रन बनाने का कारनामा किया था। जबकि पर्पल कैप जीतने वाले ड्वेन ब्रावो ने 18 मैचों में 15.53 की औसत से 32 विकेट अपने नाम किये थे। आईपीएल के छठे सत्र में चेन्नई ने फाइनल में जगह बनाई थी, परन्तु फाइनल में मुंबई इंडियंस के हाथों 23 रनों से मिली हार के चलते सीएसके आईपीएल ट्रॉफी जीतने से चूक गई थी।