क्रिकेट महान अनिश्चितताओं का खेल है और इसमें रिकॉर्ड भी टूटने के लिए ही बनते हैं ये बात सभी जानते हैं। वनडे क्रिकेट की शुरुआत टेस्ट क्रिकेट से काफी बाद में हुई लेकिन इसका प्रभाव लोगों के ऊपर काफी जल्दी पड़ा। वनडे क्रिकेट के नियम और एक दिन में इससे प्राप्त होने वाले परिणाम के कारण दर्शकों को यह प्रारूप काफी पसंद आया और सभी ने इसकी सराहना भी की। वनडे क्रिकेट की लोकप्रियता आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी कि पहले हुआ करती थी। हालांकि अब टी20 का जमाना है लेकिन वनडे क्रिकेट की लोकप्रियता में कमी नहीं आई है क्योंकि इस प्रारूप में भी समय के साथ तेजी देखी गई है।
समय के अनुसार वनडे क्रिकेट में अलग-अलग टीमों ने राज किया है। पहले वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया का दबदबा हुआ करता था और बाद में इंग्लैंड, भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हुआ। इस दौरान कई रिकॉर्ड बने और अबी भी बनते जा रहे हैं। तीन ऐसे रिकॉर्ड का जिक्र यहाँ किया गया है जो शायद कभी नहीं टूटेंगे।
लगातार सबसे ज्यादा विश्वकप जीतने का रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 1990 के बाद से वनडे क्रिकेट पर राज किया। 1999 से उनका स्तर एकदम अलग हो गया। इस साल वर्ल्ड कप जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 2003 और 2007 में भी वनडे वर्ल्ड कप जीते। इस दौरान स्टीव वॉ 1999 और रिकी पोंटिंग अगले दो वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान थे। लगातार तीन वर्ल्ड कप अब शायद ही कोई टीम जीत पाए।
सबसे ज्यादा वनडे मैच
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम यह रिकॉर्ड है जिसे तोड़ना आसान नहीं है। सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 463 वनडे मैच खेले जिसे तोड़ना हर किसी के बूते की बात नहीं होगी। सचिन ने बीस साल से भी ज्यादा खेलते हुए यह कीर्तिमान बनाया था जिसे तोड़ना मुश्किल है।
वनडे की एक पारी में सबसे ज्यादा रन
रोहित शर्मा के नाम यह रिकॉर्ड भी शायद नहीं टूटेगा। रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में 264 रनों की पारी खेली जो वनडे अंतरराष्ट्रीय के इतिहास की सबसे बड़ी पारी है। रोहित शर्मा का यह रिकॉर्ड तोड़ना आसान नहीं होगा और इसे तोड़ने के लिए खिलाड़ी भी रोहित शर्मा के स्तर का होना पड़ेगा। यह ऐसा रिकॉर्ड है जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता।