पिछली सदी या फिर यू कहे 90 के दशक में काफी खिलाड़ियों ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा उनमे से ज्यादातर खिलाड़ी आगे चलकर क्रिकेट की दुनिया में सर्वर्श्रेष्ठ खिलाड़ी बनकर उबरे और फैन्स के दिलो में जगह बनाई जिसमे रिकी पांन्टिंग,राहुल द्रविड़, ब्रायन लारा,महिला जयवर्दने , जैक कैलिस और अन्य खिलाड़ी शामिल हैं । लगभग सभी खिलाड़ी पहले ही क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं । लेकिन आज भी तीन ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 90 के दशक में अपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरूवात की थी और वे आज भी अपने देशो के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं। आइए एक नज़र डालते हैं उन खिलाड़ियो पर —
#1 शोएब मलिक (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के अनुभवी आलरांउडर शोएब मलिक जिन्होंने अपना वनडे डेब्यू पाकिस्तान के लिए 14 अक्टूबर 1999 को विंडीज के खिलाफ शारजाह में किया तब उनकी उम्र केवल 17 साल थी । उस मैच में हांलाकि मलिक को बल्लेबाज़ी करने का मौका तो नहीं मिला लेकिन गेंद से उन्होंने विंडीज टीम के दो बल्लेबाज शेरविन केम्पवेल और रिर्काडो पॉवेल को आउट जरूर किया। मलिक को अपना पहला टेस्ट खेलने का मौका साल 2001 में बांग्लादेश के खिलाफ मिला । मलिक हमेशा से गेंद और बल्ले दोनो से कमाल करते आए हैं वे ज्यादातर पाकिस्तान के लिए मिडल आर्डर पे बल्लेबाजी करते हैं। मलिक ने अबतक पाकिस्तान के लिए 35 टेस्ट,271 वनडे और 108 टी20 अंतराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं ।
मलिक ने 35 टेस्ट में 35.15 की औसत से 1898 रन बनाए हैं जिसमे तीन शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं वही वनडे में मलिक ने 275 वनडे मैचो में 35.25 की औसत से 7296 रन बनाए हैं जिसमे नौ शतक और 43 अर्धशतक शामिल हैं और टी20 अंतराष्ट्रीय में 30.85 की औसत से 2190 रन बनाए हैं जिसमे उन्होंने सात अर्धशतक जड़े हैं । मलिक ने गेदबाजी में भी पाकिस्तान के लिए एक अहम भूमिका जरूर निभाई हैं , उन्होंने वनडे में 156, टेस्ट में 32 और टी20 अंतराष्ट्रीय में 28 विकेट लिए हैं । वे आज भी पाकिस्तान के लिए अनुभवी खिलाड़ी के तौर पर क्रिकेट खेलते हैं ।
#2 क्रिस गेल (वेस्टइंडीज)
टी20 के विस्फोटक बल्लेबाज़ क्रिस गेल ने वेस्टइंडीज के लिए अपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरूवात साल 1999 में भारत के खिलाफ की थी,तब उनकी उम्र केवल 19 साल थी । अपने पहले मैच में गेल नंबर चार पे बल्लेबाजी करने आए मगर वे इस मैच में केवल एक रन बनाकर वेंकटेश्वर प्रसाद का शिकार बने । क्रिस गेल ने अपना टेस्ट डेब्यू साल 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ किया था । गेल ने विंडीज के लिए अबतक 103 टेस्ट, 284 वनडे और 56 टी20 अंतराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं । गेल ने 103 टेस्ट में 42.19 की औसत से 7215 रन बनाए हैं जिसमे 15 शतक और 37 अर्धशतक लगाए हैं गेल ने टेस्ट में तीन दोहरे और एक तेहरा शतक भी जड़ा हैं वही वनडे में 284 मैचो में 36.98 की औसत से 9727 रन बनाए है जिसमें एक दोहरा शतक समेत 23 शतक और 48 अर्धशतक शामिल हैं ।
टी20 अंतराष्ट्रीय में गेल ने 56 मैचो में 33.48 की औसत से 1607 रन बनाए है जिसमे दो शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं। गेल और विंडिज बोर्ड का विवाद अक्सर सुर्खियोंं मे रहा हैं जिसके कारण वे टीम से अंदर— बाहर होते रहे हैं। गेल हमेशा दुनिया भर की टी20 क्रिकेट लीग मे हिस्सा लिया हैं और अपने प्रर्दशन से सबको प्रभावित किया हैं । गेल के ओवरआल टी20 करियर की बात की जाए तो उन्होंने सबसे ज्यादा दस हजार से अधिक रन बनाए हैं जिसमें 14 शतक शामिल हैं । वे विंडिज टीम के 2012 और 2016 टी20 विश्व कप विजेता टीम के हिस्सा रहे हैं ।
3 हरभजन सिंह (भारत)
भारत के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह जिन्होंने भारत के लिए अपना पहला अंतराष्ट्रीय मुकाबला साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था । हांलाकि भज्जी भारतीय टीम से बाहर हैं लेकिन वे आज भी आईपीएल और घरेलू क्रिकेट खेलते हुए नज़र आते हैं और वे अब भी वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं । भज्जी ने अपना आखिरी टेस्ट और वनडे मैच साल 2015 में खेला था, लकिन उन्होंने अपना आखिरी अंतराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में एशिया कप टी20 में यूएई के खिलाफ खेला था । भज्जी ने भारत को कई बड़े मौको पर मैच जिताया हैं साल 2001 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता में खेले गए इतिहासिक टेस्ट मैच भी शामिल हैं जिसमें वे हैट्रिक लेने वाले वे पहले भारतीय गेदबाज बनें ।
भज्जी ने भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी20 अंतराष्ट्रीय मैच खेले हैं । भज्जी ने टेस्ट में 417 विकेट,वनडे में 269 विकेट और 25 विकेट लिए हैं । रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की मौजूदगी और उनके शानदार प्रदर्शन से उनका टीम मे वापसी कर पाना बेहद मुश्किल हो चुका हैं । भज्जी कभी भी क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं ।