3 Cricketers Who Played for both India and Pakistan: दुनिया भर में ऐसे कई क्रिकेटर हैं जिन्होंने दो-दो देशों के लिए क्रिकेट खेला है, लेकिन कुछ क्रिकेटर ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है। बता दें, पाकिस्तान को 14 अगस्त 1947 को आजादी मिली। बंटवारे के बाद 3 भारतीय क्रिकेटर पाकिस्तान चले जाने के बाद वहां जाकर बस गए. फिर उन्होंने वहां एक नई टीम खड़ी की और भारत के खिलाफ ही खेलने उतरे। आइए जानते हैं, इन खिलाड़ियों के बारे में।
1. अब्दुल हफीज कारदार
अब्दुल हफीज कारदार को पाकिस्तान क्रिकेट टीम का फादर कहा जाता है। उन्होंने अपने करियर के 26 टेस्ट मुकाबलों में कुल 927 रन बनाए हैं, जिसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने 21 विकेट भी चटकाए। खास बात ये है कि अब्दुल हफीज ने भारतीय टीम के लिए इनमें से तीन टेस्ट और पाकिस्तान के लिए 23 टेस्ट मैच खेले। बता दें, 1952 में अब्दुल हफीज कारदार को पाकिस्तानी की कप्तानी सौंपी गई। वो टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान की कप्तानी करने वाले पहले क्रिकेटर थे। उनकी कप्तानी में ही पाकिस्तान ने भारत को लखनऊ में हुए टेस्ट में हराया था। वह 1972 से 1975 तक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ रहे थे। हाफिज ने बाद में पाक की राजनीति में भी हाथ आजमाया और स्विट्जरलैंड में पाकिस्तान के राजदूत की जिम्मेदारी निभाई।
2. आमिर इलाही
आमिर इलाही का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इनके बारे में काफी कम फैंस जानते हैं। आमिर इलाही ने करियर में सिर्फ 6 टेस्ट खेले। उन्होंने सिर्फ एक मैच भारत के लिए खेला और बाकी के पांच मैचों में वो पाकिस्तान की टीम का हिस्सा बने। उन्होंने 6 टेस्ट मैचों में 82 रन और 7 विकेट झटके थे। उन्होंने अपना पहला मैच भारत के लिए 1947 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला था। इसके बाद बंटवारा हो गया और वह पाकिस्तान चले गए।
3. गुल मोहम्मद
क्रिकेट को करीब से जानने वाले गुल मोहम्मद का नाम जरूर जानते हैं। अपने करियर में 9 टेस्ट खेलने वाले गुल मोहम्मद ने आठ मैच भारत के लिए खेले थे। 1955 में पाकिस्तान की नागरिकता लेने के बाद उन्हें एक मैच पाकिस्तान की तरफ से खेलने का मौका मिला। बता दें, गुल मोहम्मद का जन्म 15 अक्तूबर 1921 को लाहौर में हुआ था। गुल मोहम्मद बाएं हाथ के बल्लेबाज और बाएं हाथ के गेंदबाज थे. इसके साथ ही वह अपनी फील्डिंग के लिए भी जाने जाते थे।