#2 ऋषभ पंत
विश्व कप के लिए जब टीम का ऐलान हुआ था तब उसमें ऋषभ पंत का नाम नहीं था लेकिन फिर शिखर धवन के चोटिल हो जाने के बाद उन्हें टीम में शामिल किया गया। अब तक इस विश्व कप में उन्हें 3 मैचों में खेलने का मौका मिला है और उन 3 मैचों में उन्होंने 84 रन बनाए हैं। ऋषभ पंत की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो निर्भीक होकर बल्लेबाजी करते हैं। इसके अलावा वो काफी तेजी से रन बना सकते हैं। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध वो किसी भी गेंदबाज पर प्रहार करने का माद्दा रखते हैं।
उन्हें महेंद्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी कहा जाने लगा है। धोनी भी अपने शुरुआती दिनों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते थे। ऋषभ पंत ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें कप्तान कोहली और टीम प्रबंधन को लगातार मौके देना चाहिए। उन्हें जितना ज्यादा मौका दिया जाएगा, वो उतने ज्यादा परिपक्व होते जाएंगे। अभी वो सिर्फ 21 वर्ष के ही हैं लेकिन इतने छोटे-से उम्र में ही अपने प्रदर्शन के बल पर उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।