राजकोट वनडे में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले बेहतरीन क्रिकेट खेलकर न सिर्ज जीत हासिक की बल्कि सीरीज में भी बराबरी पर आई। अभी अंतिम मुकाबला निर्णायक होगा और वहां से पता चलेगा कि दोनों टीमों में से ट्रॉफी पर कब्जा जमाने वाली टीम कौन सी होगी। टीम इंडिया ने पिछली हार का बदला बखूबी लिया और मजबूत कंगारू टीम को पराजय का सामना करने पर मजबूर कर दिया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 340 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को एक मुश्किल लक्ष्य दिया। हालांकि मजबूत कंगारू बल्लेबाज इसे हासिल भी कर सकते थे लेकिन इस बार भारतीय गेंदबाज भी लय में नजर आए। उन्होंने शुरुआती विकेट लेकर मेहमान टीम को बैकफुट पर धकेल दिया। इसके बाद स्टीव स्मिथ के अलावा किसी बल्लेबाज ने दृढ इच्छा शक्ति नहीं दिखाई और नतीजा ऑस्ट्रेलिया की पराजय के रूप में सामने आया। मैच में कंगारुओं की हार के लिए जिम्मेदार तीन कारणों पर चर्चा की गई है।
बल्लेबाजी में भारत की मजबूत शुरुआत
टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन एन बल्लेबाजी के दौरान नई गेंद का बखूबी सामना करते हुए एक शानदार साझेदारी की। दोनों ने मिलकर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को इस बार कामयाब होने का कोई मौका नहीं दिया। पहले विकेट के लिए हुई 81 रन की साझेदारी ने भारतके बड़े स्कोर की नींव रख दी। इसके बाद टीम इंडिया के बाकी बल्लेबाजों ने भी रन गति बनाकर रखी और पीछे मुड़कर नहीं देखा। यहाँ से कंगारूओं की मुश्किलें बढ़ती गई और भारत का पलड़ा भारी होता चला गया।
केएल राहुल की धुआंधार पारी
पांचवें नम्बर पर बल्लेबाजी करते हुए केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के सभी बल्लेबाजों की धुनाई की। उन्होंने हर कमजोर गेंद पर कड़ा प्रहार करते हुए शानदार बल्लेबाजी की और टीम का स्कोर तीन सौ रन से आगे पहुंचाया। राहुल ने अपनी पारी में 52 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके और तीन छक्के जड़े और 80 रन बनाए।
गेंदबाजों द्वारा नियमित विकेट निकालना
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों को निशाना बनाया लेकिन विकेट भी गिरते रहे। जसप्रीत बुमराह के अलावा सभी गेंदबाजों की गेंदों पर रन बने लेकिन वे नियमित अन्तराल पर विकेट चटकाते रहे। टीम इंडिया के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ और मेहमान टीम अंतिम ओवर में आउट होकर मैच हार गई।