Why Axar Patel should not be made DC captain: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का नया सीजन शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। लगभग सभी टीमों ने अपने कप्तानों के नाम का खुलासा भी कर दिया है। हालांकि दिल्ली कैपिटल्स (DC) अभी भी एक ऐसी टीम है जिसने अब तक अपने कप्तान के नाम का खुलासा नहीं किया है। ऋषभ पंत के चले जाने के बाद DC को एक नए कप्तान की आवश्यकता थी। नीलामी में उन्होंने कुछ खिलाड़ियों को इस बात को ध्यान में रखते हुए भी खरीदा था कि आगे चलकर इनमें से किसी को कप्तान बनाया जा सकता है। हालांकि ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक अक्षर पटेल का DC का कप्तान बनना लगभग तय है। इसी कड़ी में एक नजर डालते हैं उन तीन कारणों पर जो बताते हैं क्यों अक्षर को DC का कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए।
#3 IPL में कप्तानी की अनुभवहीनता
अक्षर काफी लंबे समय से IPL खेल रहे हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें कप्तानी करने के मौके नहीं मिले हैं। घरेलू क्रिकेट में वह गुजरात की कप्तानी करते आए हैं लेकिन IPL में उनके पास केवल एक मैच में कप्तानी करने का अनुभव है। पिछले सीजन जब पंत पर एक मैच का बैन लगा था तभी अक्षर को कप्तानी करने का मौका मिला था। IPL एक ऐसा टूर्नामेंट है जहां टीमों के पास वापसी करने का मौका बहुत कम होता है। ऐसे में अनुभवहीन कप्तान के साथ DC को मुश्किल हो सकती है।
#2 अच्छे विकल्पों की उपलब्धता
DC ने नीलामी में केएल राहुल और फाफ डू प्लेसी को खरीदा था। इन दोनों के पास ही IPL में कप्तानी करने का काफी अच्छा अनुभव है। इसके साथ ही ये दोनों काफी अधिक इंटरनेशनल क्रिकेट भी खेल चुके हैं। राहुल और डु प्लेसी जैसे अनुभवी विकल्पों के उपलब्ध होते हुए अक्षर को कप्तानी के लिए आगे बढ़ाना एक गलत फैसला हो सकता है।
#1 प्रदर्शन पर पड़ सकता है प्रभाव
पिछले कुछ सालों में देखने को मिला है कि अक्षर ने अपने करियर को दूसरा जन्म दिया है। भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में वह अहम खिलाड़ी बन चुके हैं। IPL में भी उनका प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा है। खासतौर से उनकी बल्लेबाजी में काफी सुधार देखने को मिला है और अब वह काफी ऊपर बल्लेबाजी कर रहे हैं।
IPL जैसे टूर्नामेंट में कप्तानी का भार बहुत अधिक रहता है। ऐसे में इसका प्रभाव अक्षर के व्यक्तिगत प्रदर्शन पर पड़ सकता है। कप्तानी का भार देकर व्यक्तिगत प्रदर्शन को प्रभावित करने से दिल्ली को बचना चाहिए।