चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुकाबले में कहीं नजर ही नहीं आई। ऐसा लग रहा था जैसे सिर्फ मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी ही शानदार खेल दिखा रहे हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से ना संघर्ष दिखा और ना कोशिश। ऐसी हार आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स से किसी न एक्सपेक्ट नहीं की थी। पहले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स ने मुंबई को हराया था लेकिन इस बार मुंबई इंडियंस ने पिछली प्रत्येक हार का बदला लिया और दस विकेट के बड़े अंतर से विजय प्राप्त की।
चेन्नई सुपरकिंग्स मुंबई इंडियंस के खिलाफ बिल्कुल कमजोर टीम की तरह खेली। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी भी इस टीम को नहीं बचा पाई। हर मैच में कहानी लगभग यही रही और इस बार तो तमाम पराजय पीछे छोड़ चेन्नई ने सबसे बड़ी हार झेली है। मुंबई इंडियंस की टीम रोहित शर्मा की हेमस्ट्रिंग इंजरी के कारण किरोन पोलार्ड की कप्तानी में मैदान पर उतरी और पूरी तरह से मैच में छा गई। इस आर्टिकल में चेन्नई सुपरकिंग्स की हार के तीन कारणों के बारे में बताया गया है।
चेन्नई सुपरकिंग्स की हार के 3 कारण
ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी
ट्रेंट बोल्ट ने नई गेंद के साथ जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर कहर बरपाया। चेन्नई सुपरकिंग्स के बल्लेबाजों को कुछ भी समझ नहीं आया। बोल्ट ने शुरुआत में ही बड़े झटके देकर चेन्नई को दबाव में ला दिया। उनके साथ बुमराह ने भी दो विकेट झटके। बोल्ट ने अपने चार ओवर में 18 रन देकर 4 विकेट झटके, इनमें एक मेडन ओवर भी शामिल रहा।
ईशान किशन की तेज पारी
ईशान किशन ने मुंबई इंडियंस के लिए जबरदस्त पारी खेली और नई गेंद पर चेन्नई के गेंदबाजों को दबाव में लाने का काम किया। ईशान किशन ने 37 गेंद में ही नाबाद 68 रन बनाए और डी कॉक के साथ मिलकर अविजित शतकीय साझेदारी कर अपनी टीम को दस विकेट से जीत दिलाने का काम किया।
चेन्नई सुपरकिंग्स का टॉस हारना
इस मैच में टॉस सबसे अहम चीज थी। महेंद्र सिंह धोनी टॉस जीतने पर पहले फील्डिंग करते। पिच शुरुआत में तेज गेंदबाजों के लिए मददगार थी यह सभी को पता था। बाद में यह बल्लेबाजी के लिए आसान हुई। सैम करन टिके और अर्धशतक जड़ने में कामयाब रहे। इसके अलावा ईशान किशन और डी कॉक दूसरी पारी के दौरान आउट ही नहीं हुए।