अब तक धाकड़ प्रदर्शन करने वाली दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) को अचानक हार का सामना करना पड़ा और वह भी काफी रनों के अंतर से। कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) ने इस बार हर विभाग में शानदार खेल का प्रदर्शन किया और दिल्ली कैपिटल्स को मैच में आने का मौका ही नहीं दिया। केकेआर ने हर क्षेत्र में अच्छा खेल दिखाया इसलिए उन्हें 59 रनों से जीत हासिल करने का मौका मिला। दिल्ली कैपिटल्स की टीम को मैच से पहले फेवरेट माना जा रहा था लेकिन मैदान पर नजारा एकदम अलग ही नजर आया और दिल्ली को पराजय का सामना करना पड़ा। कोलकाता नाइटराइडर्स ने ओइन मॉर्गन की कप्तानी में दूसरी जीत दर्ज की।
पहले खेलते हुए केकेआर ने 194 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया और यहाँ से लगने लगा था कि दिल्ली के लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होगा और यही हुआ। दिल्ली के बल्लेबाज बड़े स्कोर का दबाव झेलने में असफल रहे और केकेआर के गेंदबाजों ने पूरा फायदा उठाते हुए दिल्ली को एक हार झेलने पर मजबूर कर दिया। इस आर्टिकल में दिल्ली कैपिटल्स की हार के तीन कारणों के बारे में बताया गया है।
दिल्ली कैपिटल्स की हार के 3 कारण
नितीश राणा और सुनील नारेन की पारियां
नितीश राणा ने आतिशी बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए अपने रनों का सूखा खत्म किया। उन्होंने 52 गेंदों का सामना करने के बाद 81 रनों की तूफानी पारी खेली। उनके साथ सुनील नारेन ने मध्यक्रम में खेलते हुए ताबड़तोड़ रन बनाए। सुनील नारेन ने 32 गेंदों पर 64 रन बनाए और टीम का स्कोर 194 रन तक पहुंचा दिया। इन पारियों के कारण दिल्ली पर दबाव बना।
रविचंद्रन अश्विन की खराब गेंदबाजी
आम तौर पर बेहतर गेंदबाजी करने वाले रविचंद्रन अश्विन की फिरकी इस बार नहीं चली। अश्विन ने महज 3 ओवर डाले लेकिन 45 रन खर्च करने के बाद कोई सफलता हासिल नहीं की। इन ओवरों के कारण केकेआर का कुल स्कोर बड़ा हो गया और दिल्ली को पराजय का सामना करना पड़ा।
वरुण चक्रवर्ती की घातक गेंदबाजी
केकेआर के लिए वरुण चक्रवर्ती ने अपनी गेंदबाजी से कहर बरपाया। वरुण चक्रवर्ती ने अपने 4 ओवरों में दिल्ली को बिलकुल बांधकर रखा और 20 रन देकर 5 विकेट होल प्राप्त किये। वरुण चक्रवर्ती के चार ओवर दिल्ली की हार और केकेआर की जीत के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। वरुण चक्रवर्ती के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स की कोई रणनीति नजर नहीं आए और इस गेंदबाज ने एक ऐतिहासिक स्पैल डाला।