दिल्ली कैपिटल्स को अबुधाबी में हराकर मुंबई इंडियंस ने नम्बर वन का स्थान अंक तालिका में हासिल किया है। दिल्ली कैपिटल्स इस मैच से पांच जीत के साथ एक नम्बर पर थी। अब मुंबई इंडियंस की टीम ने पांच जीत के साथ पहला स्थान हासिल किया है। दोनों टीमों ने 7-7 मुकाबले खेले हैं। दिल्ली कैपिटल्स को हराने के लिए मुंबई इंडियंस को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं किया। मुंबई ने सिर्फ अपनी रणनीति को मैदान पर अच्छी तरह लागू किया और मैच उनकी तरफ झुकता चला गया। दिल्ली कैपिटल्स से एक मुश्किल टक्कर मुंबई को मिलने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस की टीमों ने अपनी-अपनी योजना लागू करने का भरपूर प्रयास किया लेकिन सफतला मुंबई इंडियंस को मिली। दिल्ली कैपिटल्स की क्षमतावान टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ा और मुंबई ने दिल्ली से मिले लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल कर ली। इस आर्टिकल में दिल्ली कैपिटल्स की हार के तीन कारणों के बारे में चर्चा की गई है।
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दिल्ली कैपिटल्स की हार के 3 कारण
मार्कस स्टोइनिस का रनआउट होना
अंतिम ओवरों में बल्लेबाजी के समय दिल्ली कैपिटल्स की टीम को तेज रन बनाने वाला खिलाड़ी चाहिए था और मार्कस स्टोइनिस यह काम बखूबी कर रहे थे। 8 गेंद पर 13 रन बनाने के बाद वह सूर्यकुमार और राहुल चाहर के हाथों रन आउट हो गए। इस समय उनका रहना जरूरी था। स्टोइनिस रहते तो कम से कम 15 रन और बन सकते थे और मुंबई को लक्ष्य ज्यादा मिलता लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
क्रुणाल पांड्या का किफायती स्पैल
क्रुणाल पांड्या ने मुंबई इंडियंस के लिए बेहतरीन स्पैल डाला। अपने चार ओवरों में पांड्या ने महज 26 रन ही खर्च किये और 2 विकेट हासिल किये। इस गेंदबाजी की बदौलत मुंबई ने दिल्ली की तेज बल्लेबाजी पर रोक लगाई और उनसे लक्ष्य भी ज्यादा बड़ा नहीं मिला। पांड्या के ये चार ओवर किफायती रहे।
डी कॉक-यादव के अर्धशतक
क्विंटन डी कॉक ने रोहित शर्मा के आउट होने पर मोर्चा संभाला और दिल्ली के गेंदबाजों की धुनाई की। उनका साथ सूर्यकुमार यादव ने दिया।दोनों ने अर्धशतक जड़े और दूसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी भी की। डी कॉक ने 36 गेंद पर 53 रन बनाए और सूर्यकुमार यादव ने 32 गेंद पर 53 रन बनाए। इन दोनों की पारियों के कारण मुंबई इंडियंस के लिए लक्ष्य आसान हो गया।