दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) का प्रदर्शन आईपीएल में अब हर मैच के साथ गिरता हुआ नजर आ रहा है। दिल्ली कैपिटल्स की टीम 7 मैचों में जीत के आंकड़े पर ही अटकी हुई है। उन्हें एक मैच प्लेऑफ़ में जाने के लिए जीतना है और दो मैच कुल उनके पास बचे हुए हैं। हालांकि दिल्ली कैपिटल्स की टीम में क्षमता पूरी है लेकिन अन्य टीमों ने जिस तरह से बेहतरीन खेल के दम पर टक्कर देना शुरू किया है, उससे दिल्ली कैपिटल्स की चिंताएं बढ़ना भी लाजमी कह सकते हैं। एक समय दिल्ली कैपिटल्स की टीम खतरनाक खेल दिखा रही थी लेकिन अचानक वह खेल गायब हो गया है।
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में दिल्ली की टीम कहीं नजर नहीं आई और मैदान पर कोई रणनीति भी देखने को नहीं मिली। सनराइजर्स हैदराबाद ने मुकाबला 88 रनों से जीता जो दिल्ली के लिए घाटे का सौदा हो सकता है। नेट रन रेट पर इस बड़ी हार से ख़ासा असर पड़ेगा। यह मैच हैदराबाद ने एकदम एकतरफा अंदाज में ही जीत लिया। दिल्ली कैपिटल्स की हार के तीन कारणों के बारे में यहाँ बात की गई है।
दिल्ली कैपिटल्स की हार के 3 कारण
टॉस जीतकर फील्डिंग
दिल्ली की हार में सबसे बड़ा कारण यही है। श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनी और सपाट विकेट पर हैदराबाद ने 200 से ज्यादा का स्कोर खड़ा कर दिया। दिल्ली के कप्तान से यह सबसे बड़ी गलती इस मैच में हुई जो हार के कारण में बदल गई।
वॉर्नर-साहा की तूफानी बल्लेबाजी
डेविड वॉर्नर और रिद्धिमान साहा ओपन करने के लिए उतरे और वहीँ से दिल्ली की मुश्किलें शुरू हुई। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 107 रन जोड़े। वॉर्नर ने 34 गेंद पर 66 रन ठोके लेकिन साहा उनसे चार कदम आगे रहे। साहा ने 45 गेंदों पर 87 रनों की प्रभावशाली पारी खेली और दिल्ली को हैरान कर दिया।
राशिद खान का धाकड़ स्पैल
राशिद खान ने काफी अच्छी गेंदबाजी करते हुए अपने पहले ही ओवर में दो विकेट चटकाए और दिल्ली को दबाव में ला दिया। इसके बाद भी राशिद खान ने किफायती गेंदबाजी की। उन्होंने अपने चार ओवर में महज 7 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किये। दिल्ली कैपिटल्स को राशिद खान के सामने काफी दबाव में देखा गया।