मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) की टीम पिछले साल की चैम्पियन टीम है और उस हिसाब से ही आईपीएल के पहले क्वालीफायर मैच में खेलते हुए मुंबई को देखा गया। दिल्ली कैपिटल्स के लिए मुंबई इंडियंस ने कोई मौका नहीं छोड़ा। मुंबई इंडियंस के पास मैच विनर खिलाड़ी हैं जिसका पता इस मैच में चला। किरोन पोलार्ड और रोहित शर्मा खाता भी नहीं खोल पाए लेकिन अन्य बल्लेबाजों ने मुंबई इंडियंस की पारी सम्भाली और आगे बढ़ाते हुए एक मैच विनर टीम की तरह खेले।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम का खेल काफी खराब रहा। यह एक अहम मैच था जिसमें श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी नहीं करते हुए गेंदबाजी का फैसला लिया। दबाव वाले मैचों में बाद में खेलना मुश्किल ही रहता है। हालांकि दिल्ली के पास क्षमता में कमी नहीं है लेकिन सामने वाली टीम मुंबई इंडियंस थी जो पिछले साल सहित चार बार चैम्पियन रह चुकी है। उनके खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स की कोई योजना काम नहीं आ पाई। इस आर्टिकल में दिल्ली कैपिटल्स की हार के तीन कारणों के बारे में बताया गया है।
दिल्ली कैपिटल्स की हार के कारण
सूर्यकुमार यादव की अहम पारी
रोहित शर्मा जब गोल्डन डक पर आउट हुए उस समय मुंबई इंडियंस को क्रीज पर टिककर रन बनाने वाले बल्लेबाज की जरूरत थी। सूर्यकुमार यादव ने वहां आकर बल्लेबाजी करते हुए 38 गेंद पर 51 रन की प्रभावशाली बल्लेबाजी करते हुए अन्य बल्लेबाजों के लिए आधार तैयार किया और उनकी इस पारी ने मुंबई को सहारा प्रदान किया।
इशान किशन और हार्दिक पांड्या की बल्लेबाजी
जब मुंबई इंडियंस के बीच में विकेट गिरे उस समय इशान किशन क्रीज पर थे और बाद में उन्हें हार्दिक पांड्या का साथ मिला। दोनों ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 23 गेंदों पर 60 रन जोड़ मुंबई का कुल स्कोर 200 तक पहुंचा दिया। किशन ने नाबाद 55 और पांड्या ने नाबाद 37 रन बनाए। दिल्ली के लिए इन दोनों की यह तगड़ी साझेदारी काफी भारी पड़ी।
नई गेंद से मुंबई की धाकड़ गेंदबाजी
ट्रेंट बोल्ट ने नई गेंद के साथ पहले ओवर में ही दिल्ली कैपिटल्स का विकेट पतन शुरू कर दिया। उन्होंने पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे को बिना खाता खोलने पवेलियन लौटाया और बाद में जसप्रीत बुमराह ने शिखर धवन और श्रेयस अय्यर को पवेलियन लौटा दिया। इस तरह की गेंदबाजी से दिल्ली कैपिटल्स की हार निश्चित हो गई थी। बुमराह ने पारी में 4 विकेट चटकाए।