3 Reasons Why Dropping Mohammed Siraj for CT is Right Move: चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन इस बार हाइब्रिड मॉडल के तहत होना है और मेगा इवेंट का पहला मैच 19 फरवरी को पाकिस्तान और न्यजीलैंड के बीच खेला जाएगा। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया के स्क्वाड का ऐलान हो गया है। 15 सदस्यीय इस स्क्वाड में कई धाकड़ खिलाड़ी चुने गए हैं। इसमें रोहित शर्मा, विराट कोहली, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं।
हालांकि, तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज टीम से ड्रॉप हो गए हैं। उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में जगह नहीं मिली है। इस आर्टिकल में हम आपको वो 3 कारण बताएंगे जिनसे पता चलता है कि सिराज को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम से ड्रॉप करना सही फैसला है।
3. काफी समय से गेंदबाजी में नहीं दिखी धार
इस बात में कोई शक नहीं है कि मोहम्मद सिराज एक प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज हैं। लेकिन पिछले काफी समय से उनकी गेंदबाजी में धार नजर नहीं आ रही थी। मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में वह जसप्रीत बुमराह का साथ निभाने में पूरी तरफ से विफल हो रहे थे। यही वजह थी कि तेज गेंदबाजी आक्रमण का पूरा भार बुमराह के कन्धों पर आ गया था। चैंपियंस ट्रॉफी में एक ऐसे गेंदबाज की जरूरत है, जो बुमराह और शमी जैसे गेंदबाजों का पूरा साथ दे सके।
2. सिर्फ नई गेंद से विकेट लेने में हैं माहिर
मोहम्मद सिराज को वनडे क्रिकेट में खेलते हुए काफी लम्बा वक्त हो गया है, लेकिन वो सिर्फ नई गेंद से ही विकेट निकालने में माहिर हैं। बीच के और आखिरी ओवरों में सिराज विकेट हासिल करने के लिए जूझते नजर आते हैं। वह रन रोकने में भी विफल रहते हैं। इसका नुकसान कई मौकों पर हार से चुकना पड़ा है। इस चीज को मद्देनजर रखते हुए उन्हें टीम से ड्रॉप करने का फैसला सही लगता है।
1. दबाव में गेंदबाजी करना होता है मुश्किल
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के लिए दबाव की स्थिति में गेंदबाजी करना काफी मुश्किल रहता है। जब आपका प्रमुख तेज गेंदबाज मैच फंसे होने की स्थिति में में रन खर्च करता है, तो फिर टीम को हार से कोई नहीं बचा सकता। सिराज ने वनडे में अभी तक बहुत कम ही मौकों पर अपनी गेंदबाजी के जरिए टीम की जीत में अहम योगदान दिया है।