इंग्लैंड (England) की टीम को भारतीय टीम (Indian team) ने दूसरे टी20 मुकाबले में 7 विकेट से हराकर सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। भारतीय टीम ने इस बार सामूहिक प्रयास करते हुए इंग्लिश टीम को कोई मौका नहीं दिया। भारतीय टीम ने इस बार हर क्षेत्र में इंग्लिश टीम से बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए टीम मैच को अपने पक्ष में कर लिया। विराट कोहली ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का निर्णय लेते हुए मैच पर शुरुआत से ही पकड़ बनाने की योजना बनाई।
टीम इंडिया के हर खिलाड़ी ने अपनी भूमिका को समझते हुए इंग्लैंड की टीम को तगड़ी चुनौती देकर मैच में जीत हासिल की। हालांकि मुकाबला शुरू होने से पहले टीम इंडिया दबाव में भी थी लेकिन बाद में योजनाओं को मैदान पर लागू करते हुए इंग्लैंड की हर चाल का जवाब अपने अंदाज में देते हुए टीम इंडिया ने बेहतरीन जीत हासिल कर सीरीज में बराबरी की। यहाँ इंग्लैंड की हार के कारणों पर चर्चा की गई है।
भारत की बेहतर गेंदबाजी
शुरुआत में ही भुवनेश्वर कुमार ने जब विकेट लिया, उसके बाद से इंग्लैंड के खिलाफ हर गेंदबाज के पास कोई न कोई रणनीति नजर आई। कटर और धीमी गति की गेंदों का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया गया, इससे अंतिम ओवरों में इंग्लिश बल्लेबाज रन बनाने में असमर्थ रहे और वे एक चुनौतीपूर्ण स्कोर भारतीय टीम के सामने नहीं बना पाए।
इशान किशन का अर्धशतक
बतौर ओपनर पहले ही मैच में खेलते हुए इशान किशन ने प्रभावित करने वाला खेल दिखाया। इशान किशन ने केएल राहुल के शून्य रन पर आउट होने के बाद भी खुद के ऊपर दबाव नहीं आने दिया। उन्होंने अपना स्वाभाविक खेल जारी रखा जिससे दबाव वापस इंग्लिश टीम के ऊपर चला गया। डेब्यू मैच में ही अर्धशतक लगाते हुए इशान किशन ने बेहतर खिलाड़ी होने का परिचय दिया।
विराट कोहली की नाबाद पारी
विराट कोहली ने इशान किशन और ऋषभ पन्त के साथ साझेदारियां करते हुए टीम इंडिया के स्कोर को चलाए रखा। खुद कुछ समय से रन नहीं बना पा रहे थे, उस समस्या को भी इस बार दूर करते हुए उन्होंने नाबाद 73 रन बनाए और इंग्लैंड के लिए किसी भी संभावना को खत्म कर दिया। कोहली की पारी भारतीय टीम के लिए खासी मायने रखती है और इंग्लैंड की टीम की रणनीति इस बार उनके खिलाफ काम नहीं आई।