चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम (Indian Team) के खिलाफ इंग्लैंड (England) की इस तरह से हार के बारे में किसी ने नहीं सोचा होगा। पहले मैच में इंग्लिश टीम ने टीम इंडिया को पराजित किया था। ऐसे में इस बार भी इंग्लिश टीम से एक बेहतर खेल की उम्मीद सभी ने की थी। मुकाबला टक्कर का होने के अनुमान भी थे लेकिन टीम इंडिया ने जबरदस्त तरीके से वापसी करते हुए इंग्लिश टीम को इस बार कोई मौका नहीं देते हुए पहले दिन से ही शिकंजा कसना शुरू कर दिया जिसका परिणाम चौथे दिन जीत के साथ आया।
इंग्लैंड की टीम में कुछ बदलाव भी इस बार देखने को मिले लेकिन ओवर ऑल देखा जाए तो टीम संतुलित नजर आ रही थी। मुकाबला शुरू होने से पहले संघर्ष के अनुमान लग रहे थे लेकिन मुकाबला शुरू होने के बाद यह एकतरफा हो गया और टीम इंडिया ने 317 रनों के अंतर से जीत हासिल की। मैच में इंग्लिश टीम की पराजय के कुछ कारणों के बारे में यहाँ बताया गया है।
रोहित शर्मा का बड़ा शतक
भारतीय टीम ने पहली पारी में जब बल्लेबाजी शुरू की तब रोहित शर्मा के अलावा लगभग अन्य बल्लेबाज फ्लॉप हो गए। अजिंक्य रहाणे ने जरुर अर्धशतक जड़ा। स्पिन पिच पर रोहित शर्मा को आउट करने में इंग्लैंड की टीम नाकाम रही। रोहित अपने स्वाभाविक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 161 रन बनाकर आउट हुए और ये रन इंग्लिश टीम को भारी पड़े।
इंग्लैंड की फ्लॉप बल्लेबाजी
जिस तरह से भारतीय टीम के कुछ बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की, उससे समझा जा सकता है कि पिच पर टिककर बल्लेबाजी की जा सकती थी। इंग्लिश बल्लेबाज ऐसा करने में नाकाम रहे और पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया को बड़ी बढ़त मिल गई। यहाँ से इंग्लैंड की पराजय की कहानी शुरू हो गई थी।
रविचंद्रन अश्विन का ऑलराउंड प्रदर्शन
रविचंद्रन अश्विन का प्रभाव भी इस मुकाबले पर पड़ा। अपने घरेलू मैदान पर खेलते हुए उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से धाकड़ खेल दिखाया। अश्विन ने सबसे पहले इंग्लिश टीम की पहली पारी में 5 विकेट चटकाए और बाद में मुश्किल नजर आ रही पिच पर दूसरी पारी में खेलते हुए एक शतक बना दिया। इसके बाद फिर से गेंदबाजी में उन्होंने 3 विकेट चटकाए। अश्विन ने शतक जड़ने के अलावा मैच में 8 विकेट हासिल किये। टीम इंडिया की जीत और इंग्लैंड की हार में उनका प्रदर्शन काफी अहम रहा।