इंग्लैंड (England) ने भारतीय टीम (Indian Team) के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में पूरी शिद्दत के साथ लड़ाई की लेकिन अंत में वे यह लड़ाई हार गए। इंग्लिश टीम के एक बल्लेबाज ने पूरी पारी का जिम्मा अपने कन्धों पर उठाते हुए दबाव में भी धाकड़ बल्लेबाजी की और मैच को अंत तक लेकर गया और उसका नाम है सैम करन। करन जब बल्लेबाजी के लिए आए थे तब ऐसा लग नहीं रहा था कि वह अंतिम गेंद तक टिककर भारतीय टीम के नाक में दम कर देंगे। पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ उन्होंने दो धाकड़ साझेदारियां की और भारतीय टीम को बराबरी की टक्कर देते हुए जीत के एकदम करीब जाकर मुकाबला गंवा बैठे।
भारतीय टीम के लिए यह सबक जरुर होगा कि पुछल्ले बल्लेबाजों को निपटाने के लिए क्या करना चाहिए और इस मैच में उन्होंने कौन सी बड़ी गलतियाँ की। भारतीय टीम ने अंतिम गेंद पर जब जीत हासिल की, तभी चैन की सांस ली होगी। इंग्लैंड की टीम पूरी पारी के दौरान मैच में बनी हुई थी और ऐसा लग रहा था कि सैम धोनी स्टाइल में इसे खत्म कर देंगे। हालांकि अंत में किस्मत टीम इंडिया के लिए मेहरबान रही और इंग्लैंड की टीम को पराजय मिली लेकिन भारतीय टीम के लिए भी सैम करन एक सबक देकर गए। मैच में इंग्लैंड की टीम की हार के तीन प्रमुख कारणों की चर्चा यहाँ की गई है।
ऋषभ पन्त और हार्दिक पांड्या की तूफानी पारियां
भारतीय टीम चार विकेट गंवाने के बाद पूरी तरह से बैकफुट पर थी और इस समय टीम को दो युवाओं हार्दिक पांड्या तथा ऋषभ पन्त ने सम्भाला। इन दोनों ने मिलकर न केवल गति बनाए रखी बल्कि तेज अर्धशतक जड़े। इंग्लिश टीम को इस समय मौके का फायदा उठाते हुए रन गति पर अंकुश लगाने का प्रयास करना चाहिए था। इन दोनों की 99 रनों की साझेदारी इंग्लैंड टीम पर भारी पड़ी।
भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी
इंग्लिश बल्लेबाजी के दौरान भुवनेश्वर कुमार ने जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टो जैसे दिग्गज ओपनरों को पवेलियन भेज दिया। पिछले दोनों मैचों में इनका बल्ला चला था। भुवनेश्वर ने दोनों को नई गेंद से आउट कर प्रभाव छोड़ा। इंग्लैंड की टीम के लिए ये दोनों विकेट अहम थे। इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार ने रन भी कम खर्च किये। 10 ओवर में उन्होंने 42 रन देकर 3 विकेट चटकाए जिसमें मोईन अली का विकेट उन्होंने बाद में झटका।
विराट कोहली का धाकड़ कैच
सैम करन के साथ आदिल राशिद जब क्रीज पर टिक गए थे, उस समय इंग्लैंड की जीत के आसार नजर आने लगे थे। इंग्लिश टीम के 7 विकेट गिरे थे और आठवें विकेट ने अर्धशतकीय साझेदारी बना दी थी। उस समय शार्दुल ठाकुर की गेंद पर विराट कोहली ने एक्स्ट्रा कवर पर बाईं तरह हवा में गोता लगाकर एक हाथ से कैच पकड़ा जिससे भारत से प्रेशर हटा और इंग्लैंड की टीम मुश्किल में फंसी। राशिद को 19 रन के निजी स्कोर पर भेजने में पूरी तरह से कोहली को श्रेय जाता है।