एक टीम गेम में हमेशा किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर होकर मैच नहीं जीते जाते, बल्कि सभी खिलाडियों का एकजुट होकर टीम के रूप में खेलना ज़रूरी होता है। सभी खिलाड़ियों को एकसाथ रखकर उनसे उनका बेस्ट निकालना एक कप्तान की ज़िम्मेदारी होती है। टीम के कप्तान को सिर्फ खेल की ही नहीं खिलाड़ियों की भी परख होती है। ऐसे में कप्तान यही चाहता है कि खिलाड़ी उसका साथ दें उसके बताये रास्ते पर चलें और ये तभी मुमकिन हो सकता है जब कप्तान खुद उस काबिल हो कि खिलाड़ी उसकी आज्ञा का पालन करें।
किसी भी टीम के कप्तान के ऊपर कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं और इसी वजह से उसकी सहायता के लिए टीम में एक उपकप्तान भी होता है। उपकप्तान हमेशा ऐसे व्यक्ति को बनाया जाता है, जिसका प्रदर्शन अच्छा और उसकी जगह भी टीम में पक्की हो। भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तान की भूमिका रोहित शर्मा निभा रहे हैं लेकिन उनके सहायकों में बदलाव होता रहा है। टी20 फॉर्मेट में रिपोर्ट्स हैं कि जल्द ही हार्दिक पांड्या को हमेशा के लिए उपकप्तान बनाया जा सकता है। इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं, जो इस फैसले का समर्थन करते हैं।
इन 3 कारणों से हार्दिक पांड्या हो सकते हैं भारतीय टी20 टीम की उपकप्तानी के एक आदर्श विकल्प
#1 कप्तानी में गज़ब का हुनर
एक उपकप्तान के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है कि कप्तान की अनुपस्थिति में वो टीम की अगुवाई कर सके। बतौर कप्तान अपने पहले आईपीएल संस्करण में हार्दिक ने कमाल का प्रदर्शन किया और अपनी टीम गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाया। हार्दिक ने जिस तरह पूरे सीजन के दौरान अपनी टीम का नेतृत्व किया, उससे उनके अंदर नेतृत्व कौशल की साफ़ झलक मिलती है। हार्दिक की कप्तानी में टीम ने न सिर्फ खिताब जीता बल्कि ग्रुप स्टेज को भी पहले स्थान पर खत्म किया था। हार्दिक ने कप्तान के तौर पर दिखाया था कि वह खिलाड़ियों को बैक करते हैं और उन्हें निखरकर आने का मौका देते हैं। हार्दिक को टीम का नेतृत्व करना बखूबी आता है और रोहित शर्मा के साथ वह और निखर सकते हैं और आगे चलकर छोटे प्रारूप में कप्तानी के भी विकल्प बन सकते हैं।
#2 सीमित ओवर प्रारूप के अहम खिलाड़ियों में शामिल
भारत की सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में हार्दिक पांड्या जो स्किल लाते हैं, उसका कोई विकल्प नहीं है। ये चीज हमने पिछले दो सालों में देखी। जब उन्होंने गेंदबाजी बंद कर दी तो भारत उनका कोई विकल्प नहीं तैयार कर पाया। वापसी करते हुए उन्होंने बतौर ऑलराउंडर लगातार खुद को साबित किया और सबसे अहम खिलाड़ियों में अपनी जगह बना चुके हैं।
गेंदबाजी में जब भी विकेट की तलाश होती है तो कप्तान रोहित को हार्दिक ने सफलता दिलाई। इसके अलावा बल्लेबाजी में वह पारी को संभालने के अलावा तेजी से रन बनाने का काम भी कर सकते हैं। ऐसे में उपकप्तानी की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलने पर हार्दिक और बेहतर हो सकते हैं।
#1 खेल को परखने की क्षमता
हार्दिक पांड्या गेम को स्थिति के हिसाब से चलाना जानते हैं। आईपीएल में भी हमने यह चीज देखी। वह युवा गेंदबाजों को कई बार बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदबाजी करने के टिप्स देते नजर आये। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी उन्होंने लियाम लिविंगस्टोन के खिलाफ शार्ट गेंदबाजी की योजना बनाते हुए उन्हें फंसाया था। साफ़ प्रदर्शित होता है कि वह खेल की अच्छी समझ रखते हैं और मुश्किल के समय कप्तान रोहित शर्मा की मदद कर सकते हैं।