भारत ने मुंबई में खेले गए तीसरे टी20 मुकाबले में वेस्टंडीज को 67 रनों से हरा दिया। भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 3 विकेट पर 240 रनों का विशाल स्कोर बनाया। रोहित शर्मा ने 34 गेंद पर 71, के एल राहुल ने 56 गेंद पर 91 और कप्तान विराट कोहली ने सिर्फ 29 गेंद पर नाबाद 70 रनों की पारी खेली। इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम सिर्फ 173/8 का स्कोर ही बना सकी। इसके साथ ही भारतीय टीम 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली।
आइए जानते हैं भारतीय टीम की इस जीत के 3 प्रमुख कारण क्या रहे:
1.सलामी बल्लेबाजों द्वारा जबरदस्त शुरुआत
भारत ने इस मैच में जबरदस्त शुरुआत की। अक्सर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम की कमजोरी रहती थी कि वो कोई टार्गेट नहीं सेट कर पाती थी कि किस पेस से खेलना है। लेकिन इस मुकाबले में शुरुआत से ही रोहित शर्मा और के एल राहुल की जोड़ी आक्रामक मूड में दिखी। 8 ओवर में ही भारत ने 100 रन बना दिए और दोनों बल्लेबाजों ने महज 11.4 ओवर में ही 135 रनों की जबरदस्त साझेदारी की। इसी का नतीजा था कि भारतीय टीम इतना बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रही और आखिर में जीत हासिल की।
2.कप्तान विराट कोहली द्वारा जबरदस्त फिनिश
भारतीय टीम की हमेशा से ये कमजोरी रही है कि अच्छी शुरुआत होने के बावजूद वो आखिर में वो तेजी से रन नहीं बना पाते हैं। इसका उदाहरण हमें तिरुवनंतपुरम में हुए दूसरे टी20 मुकाबले में देखने को मिला, जहां एक समय 200 के करीब पहुंच रही भारतीय टीम 170 रन ही बना पाई। लेकिन इस मैच में ऐसा नहीं हुआ। कप्तान विराट कोहली ने आखिर के ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम का स्कोर 240 तक पहुंचा दिया।
जब रोहित शर्मा और ऋषभ पंत का विकेट जल्दी-जल्दी गिरा तब रनों की रफ्तार कुछ कम हुई थी लेकिन कप्तान कोहली ने चौके-छक्कों की बारिश करते हुए टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया। भारत ने आखिरी 7.4 ओवर में 102 रन बनाए।
3. वेस्टइंडीज की खराब शुरुआत
240 रन बनाने के बावजूद भारत की जीत सुनिश्चित नहीं थी और इसका कारण ये था कि वेस्टइंडीज के पास कई बड़े हिटर बल्लेबाज मौजूद थे। हालांकि उन्हें बड़ा झटका तब लगा जब एविन लेविस फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए और बल्लेबाजी के लिए नहीं आए। इसके बाद टीम की शुरुआत भी काफी खराब रही और महज 17 रन तक उन्होंने अपने 3 विकेट गंवा दिए। मध्यक्रम में कप्तान किरोन पोलार्ड (68 रन, 39 गेंद) और शिमरोन हेटमायर (41 रन, 24 गेंद) ने जरुर कुछ संघर्ष किया लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। अगर वेस्टइंडीज की शुरुआत अच्छी रहती तो वे इस मुकाबले को और नजदीक लेकर जा सकते थे।