भारतीय टीम (Indian Team) का प्रदर्शन एक बार फिर से खराब रहा और इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी20 में टीम इंडिया को पराजय का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम के लिए कुछ खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए मैच में जान डालने का प्रयास किया लेकिन लगभग खिलाड़ी फ्लॉप ही रहे। इंग्लैंड के खिलाफ आठ विकेट से हार के साथ ही अब और ज्यादा दबाव बढ़ गया है और अगला मैच नॉक आउट होगा। करो या मरो वाली स्थिति में टीम इंडिया अब इस सीरीज में आ गई है।
मैच शुरू होने से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि भारतीय टीम मैच में जीत हासिल करते हुए सीरीज में बढ़त प्राप्त करेगी लेकिन इसका उलट हुआ और टीम इंडिया को बड़ी पराजय का सामना करने के साथ ही पिछड़ना भी पड़ा है। इंग्लैंड की टीम ने हर विभाग में बेहतरी दर्शाते हुए टीम इंडिया को कोई मौका नहीं दिया और आसानी से मुकाबले में जीत हासिल की। इस आर्टिकल में भारतीय टीम की हार के कारणों पर चर्चा की गई है।
भारतीय ऊपरी क्रम फ्लॉप
भारतीय टीम ने जब बल्लेबाजी शुरू की तभी दबाव भी बनता चला गया। केएल राहुल के अलावा रोहित शर्मा और इशान किशन का खेल खराब और फ्लॉप रहा। तीनों के आउट होने से पावरप्ले में रन नहीं बने और इसका खमियाजा अंत में कुल स्कोर के समय भुगतना पड़ा। इस वजह से कम स्कोर बना और इंग्लैंड के लिए मैच आसान रहा।
मार्क वुड की गेंदबाजी
शुरुआत में मार्क वुड ने धाकड़ गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए अपनी तेज गेंदों और उछाल से भारतीय बल्लेबाजों को जाल मस फंसाया। इस वजह से टीम इंडिया के खिलाड़ी आउट होते रहे। अपने स्पैल के तीन ओवरों तक मार्क वुड ने रन भी खर्च नहीं किये। उनके 3 विकेटों के कारण भारतीय टीम के स्कोर पर पूर असर पड़ा।
जोस बटलर की धाकड़ पारी
इंग्लैंड का पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद जोस बटलर ने पारी संभाली और एक छोर पर टिककर बल्लेबाजी भी की। बटलर ने इंग्लैंड की टीम को बल्लेबाजी के दौरान एक बार भी दबाव में नहीं आने दिया। लगातार स्कोरबोर्ड चलते रहने के कारण मैच में दबाव भारतीय टीम के ऊपर ही रहा। बटलर की नाबाद 83 रनों की पारी ने टीम इंडिया की राहें मुश्किल की और इंग्लैंड को आसान जीत दिलाई।