दिल्ली कैपिटल्स ने राजस्थान रॉयल्स को करीबी मुकाबले में 13 रन से हराकर अंक तालिका में पहला स्थान प्राप्त कर लिया। दिल्ली कैपिटल्स ने आठ मैचों में 6 जीत हासिल की है। कम स्कोर के बाद भी दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपनी टीम को आगे लेकर जाने में पूरा प्रयास किया। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन किया।
दूसरी तरफ राजस्थान रॉयल्स ने 162 रनों के लक्ष्य के बाद भी मैच को मुश्किल बना दिया। हालांकि दिल्ली कैपिटल्स ने हर विभाग में बेहतर प्रदर्शन किया इसका श्रेय उन्हें जाना ही चाहिए। 13 रन से हार राजस्थान रॉयल्स को प्लेऑफ़ में जाने से भी रोक सकती है। दिल्ली कैपिटल्स की टीम दो मैच और जीतने पर प्लेऑफ़ का टिकट हासिल कर लेगी। इस मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने जान लगा दी। मुकाबला कम स्कोर के कारण दिल्ली के लिए मुश्किल था लेकिन यह राजस्थान के लिए मुश्किल हो गया। राजस्थान रॉयल्स की हार के तीन कारणों के बारे में यहाँ बताया गया है।
यह भी पढ़ें: 3 खिलाड़ी जिन्होंने सबसे ज्यादा उम्र में आईपीएल खेला
राजस्थान रॉयल्स की हार के 3 कारण
शिखर धवन की तेज पारी
शिखर धवन ने इस बार दिल्ली कैपिटल्स के लिए तेजी से बल्लेबाजी की। पिछले मैच में उनका बल्ला धीरे चला लेकिन इस बार ऐसा नहीं था। धवन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए महज 33 गेंदों पर 57 रन बनाकर अपना काम कर दिया। शिखर धवन का स्ट्राइक रेट इस बार 172 का था और उनकी अर्धशतकीय पारी राजस्थान रॉयल्स को काफी भारी पड़ी।
रविचंद्रन अश्विन की किफायती गेंदबाजी
राजस्थान रॉयल्स ने शुरुआत में तेज बल्लेबाजी की थी जिसके कारण आवश्यक रन रेट में कमी आई। इस परिस्थिति में दबाव बनाने के लिए रन रोकना अहम था और यह काम रविचंद्रन अश्विन ने किया। अश्विन ने अपने 4 ओवरों में महज 17 रन खर्च किये और 1 विकेट भी हासिल किया। इस गेंदबाजी के कारण राजस्थान को अंतिम ओवरों में मुश्किल हुई।
राहुल तेवतिया का रन नहीं बनाना
दो मैचों में जीत का हीरो बनने वाले राहुल तेवतिया के पास इस बार भी मैच फिनिश करने का मौका था लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। तेवतिया ने 18 गेंदों पर 14 नाबाद रन बनाए। अगर वह 25 रन भी बनाते तो मैच का परिणाम पूरी तरह से राजस्थान रॉयल्स के पक्ष में होता। राहुल तेवतिया ने जो ज्यादा गेंदें खेली, उससे राजस्थान रॉयल्स की टीम पर रन रेट का दबाव बन गया और अंत में उन्हें 13 रन से हार का सामना करना पड़ा।