Why Rinku Singh should not be appointed as KKR captain: विश्व क्रिकेट के सबसे चुनौतीपूर्ण और मेगा टी20 लीग आईपीएल में विश्व क्रिकेट में बड़े-बड़े सितारे शिरकत करते हैं। एक बार फिर से आईपीएल के 18वें सीजन में ये तमाम स्टार खिलाड़ी नजर आने वाले हैं। इसी बीच पिछले कुछ समय से मीडिया में चर्चा है कि कोलकाता नाइट राइडर्स की कप्तानी रिंकू सिंह को सौंपी जा सकती है।
केकेआर के स्टार बल्लेबाज रिंकू सिंह को आईपीएल 2025 के लिए उनकी टीम ने रिटेन किया है। उसके बाद से ही उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में देखा जा रहा था। रिंकू सिंह इस टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन उनके लिए कप्तानी करना आसान नहीं होगा। तो चलिए आपको इस आर्टिकल में बताते हैं वो 3 कारण क्यों रिंकू सिंह को नहीं बनाना चाहिए IPL 2025 में केकेआर का कप्तान।
3.वर्ल्ड क्लास प्लेयर्स के बीच कप्तानी करना नहीं है आसान
आईपीएल वो टूर्नामेंट है, जहां वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी खेलते हैं। इस लीग में एक से एक दिग्गज और स्टार खिलाड़ी खेलते हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में भी क्विंटन डी कॉक, अजिंक्य रहाणे, एनरिक नॉर्किया जैसे बड़े सुपर स्टार खिलाड़ी हैं। इन खिलाड़ियों के बीच रिंकू सिंह जैसे अनुभवहीन और युवा खिलाड़ी के लिए कप्तानी का जिम्मा संभालना काफी मुश्किल रहेगा। ऐसे में उन्हें कप्तानी नहीं देनी चाहिए।
2.कप्तानी मिलने से बल्लेबाजी पर आ सकता है प्रेशर
रिंकू सिंह एक तूफानी बल्लेबाज के तौर पर अपना काम बखूबी कर रहे हैं। उन्होंने अब तक कमाल की बल्लेबाजी की है। वो केकेआर में फिनिशर के रूप में काफी अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन किसी भी खिलाड़ी के लिए टीम को लीड करने का प्रेशर अलग रहता है। रिंकू जैसे युवा खिलाड़ी के लिए कप्तानी के दबाव के साथ ही खुलकर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। ऐसे में कप्तानी देकर उनकी बल्लेबाजी पर दबाव की स्थिति से बचना चाहिए।
1.कप्तानी का नहीं है खास अनुभव
टीम इंडिया और कोलकाता नाइट राइडर्स के स्टार बल्लेबाज रिंकू सिंह ने भले ही एक बल्लेबाज के तौर पर अपनी जबरदस्त पहचान बना ली है। लेकिन कप्तानी के मामले में वो कुछ खास नहीं हैं। उन्हें अब तक कप्तानी का इतना ज्यादा अनुभव नहीं हैं। उन्होंने इसी साल उत्तर प्रदेश टी20 लीग में मेरठ मावेरिक्स की कप्तानी जरूर की थी। लेकिन आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में कप्तानी का अनुभव काफी जरूरी बन जाता है।