भारतीय टीम के लिए इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मुश्किलें कम नहीं होगी। खासकर टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली के चले जाने के बाद रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा ही टीम का सहारा होंगे। रोहित शर्मा को पहले तीनों प्रारूप की टीमों से बाहर रखा गया था लेकिन बाद में उन्हें टेस्ट टीम के लिए शामिल कर लिया गया। सीमित ओवर प्रारूप में दोनों सीरीज खत्म होने के बाद रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलेंगे। इसके लिए रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के लिए बाद में रवाना होंगे। फ़िलहाल वह अपनी चोट को ठीक करने में लगे हुए हैं।
रोहित शर्मा को चोटिल मानकर बीसीसीआई ने तीनों प्रारूप की टीम घोषित करते हुए उन्हें टीम में शामिल नहीं किया था। इसके कुछ दिनों बाद ही बीसीसीआई ने अपनी वेबसाईट पर रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया दौरे की टेस्ट टीम में शामिल करने की जानकारी प्रदान की। हालांकि उनकी चोट के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं होने के बाद भी टीम में पहले शामिल नहीं किया गया लेकिन विराट कोहली के तीन टेस्ट मैचों में नहीं खेलने की जानकारी के बाद बोर्ड ने उनको शामिल किया। रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के लिए शामिल करने के पीछे भी कारण हैं, उनके बारे में यहाँ बताया गया है।
रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए शामिल करने के कारण
उछाल में नहीं घबराते
ऑस्ट्रेलिया की पिचों में उछाल होता है, ऐसे में भारतीय टीम के पास उछाल को पसंद करने वाला खिलाड़ी होना चाहिए था। रोहित शर्मा की चोट के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं होने के बाद भी उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया। बोर्ड को भी पता है कि रोहित शर्मा को कंगारू गेंदबाजों की उछाली वाली गेंदों से ख़ास फर्क नहीं पड़ेगा। पूरी तरह फिट नहीं होने पर भी उन्हें इस वजह से शामिल किया गया है। रोहित शर्मा की यूसेपी में यह कारक आता है।
सीधी गेंदों पर स्ट्रोक प्ले
इंग्लैंड की तरह ऑस्ट्रेलिया में गेंद स्विंग नहीं करती बल्कि तेज गति से बल्ले पर आती है और सीधी भी रहती है। रोहित शर्मा को ऐसी गेंदबाजी पसंद है और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में खेलते हुए वनडे क्रिकेट में काफी रन बनाए हैं। सीधी गेंदों पर रन बटोरने में रोहित शर्मा माहिर हैं और विराट कोहली के नहीं रहने पर रोहित शर्मा के इस गुण से टीम को फायदा होगा।
शॉर्ट गेंद के बेहतरीन खिलाड़ी
कंगारू गेंदबाज शॉर्ट गेंद का इस्तेमाल करेंगे, तो इसे रोहित शर्मा अच्छी तरह खेल सकते हैं। वनडे की तरह वे टेस्ट में भी इस गेंद को छह रन के लिए सीमा रेखा से बाहर भेजने का दमखम रखते हैं। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिए भारतीय टीम में विराट कोहली की अनुपस्थिति में ऐसा बल्लेबाज होना चाहिए। यही वजह रही कि फिटनेस पर अपडेट आने से पहले ही उन्हें टीम में शामिल किया गया।