टॉप तीन में चल रही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) की टीम को इस बार चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) के खिलाफ पराजय का सामना करना पड़ा। ऐसा भी नहीं कह सकते कि पिच में बल्लेबाजों के लिए कुछ नहीं था। ऐसा होआ तो चेन्नई सुपरकिंग्स के बल्लेबाज रन बनाने में बिलकुल सक्षम नहीं होते। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने उस स्तर का खेल नहीं दिखाया जो इस आईपीएल में वह लगातार दिखा रही थी। चेन्नई सुपरकिंग्स ने मैच में बेहतर तरीके से रणनीति लागू करते हुए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर केऊपर दबाव बनाया और यही कारण रहा कि मैच में उन्हें सफलता भी मिली।
महेंद्र सिंह धोनी की टीम का सामूहिक प्रयास इस बार नजर आया। हर खिलाड़ी ने अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए टीम के लिए बेहतर काम किया। चेन्नई सुपरकिंग्स ने पूरे समय मैच को अपने काबू में रखा और 8 विकेट से एक शानदार जीत हासिल की। रॉयल चैलेंजर्स की टीम अपनी रणनीति अच्छी तरह लागू नहीं कर पाई। इस आर्टिकल में आरसीबी की हार के तीन कारणों के बारे में बताया गया है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की हार के तीन कारण
धीमी बल्लेबाजी
आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने अर्धशतक तो जड़ा लेकिन बल्लेबाजी में तेजी बिलकुल नजर नहीं आई। उनके 50 रनों का स्ट्राइक रेट 116 का था। यही एबी डीविलियर्स ने भी किया। एबी डीविलियर्स के 39 रनों में स्ट्राइक रेट 108 का था। इस धीमी बल्लेबाजी के कारण आरसीबी का कुल स्कोर 150 से भी कम रहा और मैच में हार का कारण यह धीमी बल्लेबाजी रही।
सैम करन की धाकड़ गेंदबाजी
चेन्नई सुपरकिंग्स के युवा गेंदबाज सैम करन ने आरसीबी के बल्लेबाजों को बांधकर रखा और रन नहीं दिए। आरसीबी पर दबाव बनाने के लिए करन के तीन बेहद ख़ास रहे। इन तीन ओवरों में सैम करन ने 19 रन खर्च किये और 3 विकेट भी चटकाए। इस शानदार गेंदबाजी के कारण आरसीबी की रन गति नहीं बढ़ पाई।
ऋतुराज गायकवाड़ की शानदार पारी
चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने शुरुआत में कोई विकेट नहीं गंवाया और इसका श्रेय डू प्लेसी के अलावा ऋतुराज गायकवाड़ को जाता है। गायकवाड़ ने अपना विकेट नहीं गंवाया और मौका मिलने पर तेज गति से रन भी बनाए। गायकवाड़ ने नाबाद 65 रनों की पारी खेली और चेन्नई की जीत में अपनी अहम भूमिका निभाई। गायकवाड़ ने एक छोर पकड़कर रखा।