भारतीय टीम ने इंदौर टी20 मैच में श्रीलंका को सात विकेट से हराया, यह बड़ी हार की कही जाएगी। पहले श्रीलंका को भारत के गेंदबाजों ने 142 रन पर रोका और बाद में तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य प्राप्त कर सीरीज में बढ़त हासिल की। पहला टी20 गुवाहाटी में बारिश और गीले पिच की वजह से रद्द हो गया था। इस मैच में नवदीप सैनी की गेंदबाजी काफी बेहतरीन रही और वे मैन ऑफ़ डी मैच भी बने।
हालांकि इंदौर का मैदान छोटा है लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाज इसकी पिच और भारतीय गेंदबाजों की गेंदों में फंसते चले गए। मेहमान टीम के बल्लेबाज तेजी से रन बनाने के प्रयास में पवेलियन लौटते रहे और पूरे बीस ओवर तक उनके 9 खिलाड़ी आउट हो गए। इसके बाद गेंदबाजी में भी उनका कुछ ख़ास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। पूरे मैच के दौरान भारतीय टीम के गेंदबाज और बल्लेबाज ही छाए रहे। मुकाबला एकतरफा हो गया। दर्शकों कोकड़ा मुकाबला होने की उम्मीद थी क्योंकि श्रीलंका ने पाकिस्तान में टी20 सीरीज जीती है लेकिन ऐसा यहाँ ऐसा नहीं हुआ।
मैच में श्रीलंका की हार के तीन मुख्य कारणों पर इस आर्टिकल में जिक्र किया गया है:
अहम टॉस
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सबसे अहम् चीज टॉस जीत लिया। शुरुआती समय पिच में रहने वाली नमी के लिए भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला लिया। सर्दी के मौसम में रात को ओस गिरती है इसलिए बल्लेबाजी के लिए आसानी होती है। शाम के समय ऐसा ज्यादा नहीं होता लेकिन डेढ़ से दो घंटे बाद यह शुरू होती है। श्रीलंकाई टीम भी अगर टॉस जीत लेती तो फील्डिंग करने का निर्णय ही करती। उनकी पराजय में पहला कारण टॉस रहा। भारतीय टीम ने इस बात को समझा और कोहली ने पहले गेंदबाजी चुनते हुए मेहमान टीम को कम स्कोर पर रोकने में सफलता हासिल की।
शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी की गेंदबाजी
इन दोनों गेंदबाजों ने श्रीलंका के पांच बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। ठाकुर ने 23 रन देकर तीन विकेट झटके। नवदीप सैनी ने 18 रन देकर दो विकेट अपने नाम किये। इनकी घातक गेंदबाजी के कारण श्रीलंकाई टीम 150 रन का स्कोर भी नहीं बना पाई और मैच हार गई। दोनों गेंदबाज श्रीलंका की हार के मुख्य कारण बने।
भारतीय ओपनर बल्लेबाजों का प्रदर्शन
कम स्कोर का पीछा करते हुए कई बार टीम के ओपनर बल्लेबाज जल्दी आउट हो जाते हैं। केरल राहुल ने 45 और शिखर धवन ने 32 रन बनाकर टीम को शानदार शुरुआत दी। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की और यहाँ से भारत की आसान जीत तय नजर आने लगी। शुरुआती विकेट नहीं मिलना भी श्रीलंका की हार का मुख्य कारण था।