3 प्रमुख कारणों से विराट कोहली का जिम्बाब्वे दौरे पर न जाना एक गलत फैसला है 

विराट कोहली ने जिम्बाब्वे दौरे से भी आराम लिया है
विराट कोहली ने जिम्बाब्वे दौरे से भी आराम लिया है

विराट कोहली (Viraat Kohli) की मौजूदा फॉर्म भारत के लिए चिंता का सबब है और ऐसी स्थिति में विराट का लगातार मैदान से दूर रहना बहुत बड़ी चूक हो सकती है। वेस्टइंडीज के पूरे दौरे में से आराम लेने वाले विराट कोहली का नाम जिम्बाब्वे दौरे (ZIM vs IND) के लिए चुनी गई टीम से भी नदारद है। ऐसे मौके पर जब T20 वर्ल्ड कप नजदीक है, तो विराट जैसे खिलाड़ी का फॉर्म में वापस आना बेहद ज़रूरी है। बड़ी टीमों के खिलाफ संघर्ष कर रहे दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए जिम्बाब्वे दौरा फॉर्म में वापसी का एक बढ़िया मौका बन सकता था।

जिम्बाब्वे में भारत 3 एकदिवसीय मैच खेलेगा। टीम की कमान एक बार फिर शिखर धवन के हाथों में हैं। इस दौरे के तुरंत बाद एशिया कप का आगाज़ होगा। चार साल बाद हो रहे एशिया कप में भारत के पास अपने ताज को बचाने का दबाव होगा। ऐसे वक़्त में जब विराट अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं हैं। उनसे सीधे एशिया कप में आकर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लगाना भारत को भारी पड़ सकता है। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 कारणों का उल्लेख करने जा रहे हैं, जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि विराट को जिम्बाब्वे दौरे पर जरूर जाना चाहिए था।

इन 3 कारणों से ज़िम्बाब्वे दौरा विराट कोहली के लिए एक अच्छा मौका था

#3 विराट कोहली काफी समय से लगातार आराम ले रहे हैं

वेस्टइंडीज के बाद अब ज़िम्बाब्वे दौरे में भी विराट का नाम नही
वेस्टइंडीज के बाद अब ज़िम्बाब्वे दौरे में भी विराट का नाम नही

विराट कोहली आईपीएल 2022 के बाद से कई सीरीज स्किप कर चुके हैं। उसके पहले भी उन्होंने कुछ प्रमुख सीरीज से आराम लिया था। श्रीलंका और साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस साल हुई टी20 श्रृंखलाओं और फिर उसके बाद वेस्टइंडीज के पूरे दौरे में उन्हें आराम दिया गया। इसी बीच इंग्लैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में भी विराट चोट के कारण बाहर बैठे थे। ऐसे में खराब फॉर्म में चल रहे विराट को लगातार आराम देने के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं दिग्गजों का मानना है कि खिलाड़ी खेलकर ही फॉर्म में आ सकता है, आराम करते हुए नहीं।

#2 एकदिवसीय प्रारूप कोहली का मजबूत पक्ष

मैच के दौरान शतक का जश्न मनाते विराट कोहली
मैच के दौरान शतक का जश्न मनाते विराट कोहली

एकदिवसीय में सक्रिय खिलाड़ियों में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में विराट अव्वल हैं। विराट ने बीते कुछ समय में अपने पसंदीदा प्रारूप में काफी कम मैच खेले हैं। 2019 में 26 एकदिवसीय मैच खेलने वाले विराट ने उसके बाद से मात्र 20 मैच खेले हैं, जिसमे 9 अर्धशतकीय पारियों के साथ 735 रन बनाये हैं। वनडे प्रारूप कोहली का मजबूत पक्ष रहा है। जिम्बाब्वे दौरे पर अगर उनके बल्ले से बड़ी पारी आती तो यह उनके आत्मविश्वास को काफी फायदा पहुंचाती।

#1 एशिया कप और वर्ल्ड कप से पहले मैदान में सक्रिय रहना बेहद ज़रूरी

प्रैक्टिस सेशन के दौरान विराट कोहली
प्रैक्टिस सेशन के दौरान विराट कोहली

इसी महीने के आखिर में शुरू हो रहे एशिया कप और उसके बाद T20 वर्ल्ड कप से पहले लय में आना विराट के लिए बेहद ज़रूरी है और उसके लिए उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त मैदान में बल्ले के साथ बिताना चाहिए। किसी भी खिलाड़ी के लिए मैदान में खेले गए मैच से ज्यादा कुछ भी फायदेमंद नहीं होता है। एक खिलाड़ी अभ्यास सत्र में कितनी भी बल्लेबाजी कर ले लेकिन अगर वह मैच नहीं खेलता है तो फिर उसके प्रदर्शन करने की सम्भावना काफी कम होती है।

कुछ ऐसा ही विराट के साथ भी है। वह पूरे एक महीने से ज्यादा के ब्रेक के बाद मैदान में लौटेंगे। ऐसे में उनका सीधे एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप खेलना एक बड़ा रिस्क है। अगर वह जिम्बाब्वे दौरे पर जाते तो उन्हें तीन एकदिवसीय मैच खेलने को मिलते, जो उनकी लय में वापसी में अहम हो सकते थे।

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