क्रिकेट को हमेशा जेंटलमैन का खेल कहा जाता है। कई मौकों को खिलाड़ियों ने क्रिकेट के खेल में ऐसा दर्शाया भी है। कई मौके ऐसे ही रहे जब भद्र लोगों के खेल क्रिकेट में कुछ अभद्र घटनाओं ने प्रवेश करते हुए इसके नाम को खराब कर दिया। हालांकि क्रिकेट में शुरू से लेकर अब तक गरिमा बनाए रखने के लिए कई तरह के नियम और बदलाव आते रहे हैं। इन नियमों की वजह से जेंटलमैन गेम का नाम सलामत रखने में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय कामयाब भी रहा है।
तमाम तरह की कोशिशों और बदलावों के बाद भी क्रिकेट में कई मौकों पर खराब घटनाएं देखने को मिली है। इन घटनाओं के कारण खेल के अलावा खिलाड़ी भी शर्मसार हुए हैं। टीमों को भी शर्मिंदा होना पड़ा है। खेल में खेलने वाले खिलाड़ी दर्शकों के आदर्श होते हैं और लोग उनका अनुसरण भी करने की कोशिश करते हैं लेकिन उन आदर्शों की ही ऐसी हरकतें देखने को मिलती है जिसकी कल्पना भी कोई नहीं कर सकता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार ऐसे खराब घटनाएं देखने को मिली है जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी। इन घटनाओं में से तीन चुनिन्दा घटनाओं का जिक्र इस आर्टिकल में किया गया है जिसे आपको जरुर जानना चाहिए।
क्रिकेट में हुई 3 शर्मनाक घटनाएँ
रिकी पोंटिंग-जवागल श्रीनाथ घटना
जवागल श्रीनाथ एक मैच में रिकी पोंटिंग के सामने गेंदबाजी कर रहे थे और गेंद बाउंसर थी जो पोंटिंग के हेलमेट पर लगी। इसके बाद श्रीनाथ ने माफी माँगी। मामला यहाँ नहीं रुका और पोंटिंग श्रीनाथ के सामने आकर खड़े हो गए। पोंटिंग ने इस दौरान श्रीनाथ को कुछ कहा। दोनों खिलाड़ियों में कहासुनी शुरू हो गई। इस घटना को दर्शकों ने बिलकुल भी पसंद नहीं किया।
हैन्सी क्रोनिये मैच फिक्सिंग
भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2000 में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैन्सी क्रोनिये पर वनडे मैच में फिक्सिंग के आरोप लगे। शुरुआती समय में उन्होंने अपनी गलती स्वीकार नहीं की। बाद में क्रोनिये ने इसे स्वीकार किया तो उन्हें आजीवन खेलने और कोचिंग देने से बैन कर दिया गया। 2002 में एक हवाई यात्रा के दौरान प्लेन क्रैश में हैन्सी क्रोनिये की मौत हो गई।
पाकिस्तानी टीम मैदान छोड़ चली गई
इंग्लैंड के खिलाफ 2006 में यह घटना हुई थी। पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर बॉल टैम्परिंग के आरोप अम्पायरों ने लगाए। इसके खिलाफ आवाज उठाने के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने मैदान पर आने से मना कर दिया। कई देर तक इन्तजार करने के बाद अम्पायरों ने इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया। इस घटना को आज भी याद किया जाता है।