टेस्ट क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का जन्म 25 जनवरी 1988 को गुजरात मे हुआ। वह भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक हैं। वह अपनी मजबूत रक्षात्मक तकनीक के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। हाल ही में सम्पन्न ऑस्ट्रेलिया का दौरा उनके लिए शानदार रहा था।
उनके जन्मदिन के अवसर पर नजर डालते हैं उनके 3 अदभुत रिकॉर्ड पर जो उन्हें टेस्ट का मास्टर बनाते हैं:
# 3 टेस्ट मैच के पांचों दिन बल्लेबाजी करने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज
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पुजारा टेस्ट के सभी पांच दिनों में बल्लेबाजी करने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज और कुल नौवें खिलाड़ी हैं। श्रीलंका के खिलाफ ईडन गार्डन में खेले गए टेस्ट में पुजारा ने यह कीर्तिमान बनाया।
टेस्ट के पहले दिन की पहली गेंद पर केएल राहुल के आउट होने के बाद पुजारा बल्लेबाजी करने आए। बारिश और खराब रोशनी के कारण पहले दिन सिर्फ 11.5 ओवर ही फेंके जा सके। जिस पर भारत का स्कोर 17/3 था और पुजारा 8 रन बनाकर वापस लौटे। दूसरे दिन सिर्फ 21 ओवरों का खेल हो सका, जिसमें भारत का स्कोर 74/5 था और पुजारा 47 रन बनाकर डटे हुए थे। तीसरे दिन भारतीय टीम 172 रनों पर सिमट गई।पुजारा ने पहली पारी में सर्वाधिक 52 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई टीम चौथे दिन के दूसरे सत्र में 352 रन बनाने में कामयाब रही।
चौथे दिन के तीसरे सत्र में पुजारा शिखर धवन के आउट होने के बाद क्रीज़ पर आए 2 रन पर नाबाद वापस लौटे। अंतिम दिन पुजारा ने केएल राहुल के साथ बल्लेबाजी करने आये। और 22 रन के स्कोर में आउट हुए। मैच ड्रा पर समाप्त हुआ। पुजारा के नाम यह कीर्तिमान स्थापित होगया।
एमएल जयसिम्हा सबसे पहले यह कारनामा करने वाले भारतीय बल्लेबाज थे। उनके बाद रवि शास्त्री यह उपलब्धि हासिल की। दिलचस्प बात यह है कि इन तीनों बल्लेबाजों ने यह रिकॉर्ड कोलकाता के ईडन गार्डन में बनाए हैं।
# 2 टेस्ट की एक पारी में सर्वाधिक गेंदों का सामना करने वाले भारतीय बल्लेबाज ( 525 गेंदे )
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चेतेश्वर पुजारा टेस्ट मैच की एक पारी में सर्वाधिक गेंद खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। उन्होंने वर्ष 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 525 गेंदों का सामना किया था और 202 रन बनाए। टेस्ट मैच की एक पारी में पाँच सौ गेंदे खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। इससे पहले सबसे ज्यादा गेंदे खेलने का रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम पर था। उन्होंने वर्ष 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी मे 495 गेंदों का सामना किया था। द्रविड़ ने उस मैच 270 रनों की पारी खेली थी।
पुजारा ने भारत की ओर से सबसे धीमा दोहरा शतक लगाया। पुजारा ने अपने दोहरे शतक तक पहुंचने के लिए लिए 521 गेंदो को खेला, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा है। भारत के लिए पिछला सबसे धीमा दोहरा शतक नवजोत सिंह सिद्धू के नाम था। उन्होंने 488 गेंदो में दोहरा शतक पूरा किया था।
# 1 ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा गेंदो का सामना पुजारा ने किया है
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चेतेश्वर पुजारा के लिए हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज बेहतरीन रही है। उन्होंने इस सीरीज में सर्वाधिक 521 रन 74.43 की औसत से बनाये हैं। इस बीच उन्होंने तीन शतक भी जड़े। पुजारा ने ये रन 1258 गेंदो में बनाये।
नम्बर 3 के बल्लेबाज पुजारा ने 1702 मिनट या 28 घंटे और 22 मिनट तक इस बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज़ में बल्लेबाजी की थी। और अगर भारत अपनी दूसरी पारी के लिए फिर से बल्लेबाजी करने के लिए आ पाता , तो ये संख्या काफी बदल सकती थी। मगर बारिश के कारण अंतिम टेस्ट में भारत दूसरी पारी नही खेल सका और मैच ड्रा पर समाप्त हुआ। पुजारा के शानदार प्रदर्शन के कारण ही भारत , ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं में 71 वर्षों में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब रहा।