2. विदेशों में 5 गेंदबाज खिलाने की रणनीति
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम में तेज गेंदबाजों का महत्व बढ़ा है। वह विदेश में 5 गेंदबाजों को खिलाते हैं। वहीं धोनी हमेशा से पार्टटाइम गेंदबाजों से 5वें गेंदबाज़ का कोटा भरते थे। धोनी की ये रणनीति तब कामयाब हुई थी, जब भारत के पास मजबूत गेंदबाज़ी आक्रमण था। लेकिन जब सीनियर गेंदबाजों ने संन्यास लिया तो धोनी की ये चाल बेकार साबित हुई। खासकर विदेशी धरती पर धोनी की असफलता का ये मुख्य कारण था। वहीं कोहली अपने तेज गेंदबाजों पर काफी भरोसा जताते हैं और उनकी कप्तानी में भारत का पेस अटैक काफी मजबूत भी हुआ है।