भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। विराट कोहली ने क्रिकेट के कई कीर्तिमान अपने नाम कर लिए हैं और अब भी वो कई रिकॉर्ड्स बनाते जा रहे हैं।
विराट कोहली के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 12 साल पूरे हो चुके हैं। 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने अपना वनडे डेब्यू किया था और तब से लेकर अभी तक कई मैच वो भारतीय टीम को अकेले दम पर जिता चुके हैं। विराट कोहली ने अभी तक अपने वनडे करियर में 248 मुकाबले खेले हैं और इस दौरान 93.2 की स्ट्राइक रेट और 59.3 की औसत से 11867 रन बनाए हैं। कोहली 43 शतक वनडे में लगा चुके हैं और संभव है कि वो सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा वनडे शतक के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।
हम आपको इस आर्टिकल में विराट कोहली की उन 3 पारियों के बारे में बताएंगे जब उन्होंने वनडे में बेहतरीन शतक लगाकर भारतीय टीम को जीत दिलाई।
3 मैच जब विराट कोहली ने जबरदस्त शतक से टीम को दिलाई जीत
3. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जयपुर में 52 गेंदों पर ताबड़तोड़ शतक
भारत ने 2013 की इस बेहद रोमांचक वनडे सीरीज को 3-2 से अपने नाम किया था, लेकिन शायद ये पहली वनडे सीरीज थी, जिससे वर्ल्ड क्रिकेट को लगा था कि 350 से ज्यादा का स्कोर भी सेफ नहीं है।
सीरीज के दूसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 360 रनों का विशाल स्कोर रखा, लेकिन भारतीय टीम ने इस लक्ष्य को महज 43.3 ओवर में ही एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। शिखर धवन और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 176 रनों की जबरदस्त साझेदारी की। हालांकि धवन दुर्भाग्यशाली रहे और अपने शतक से महज 5 रन पहले 95 रन बनाकर आउट हो गए।
धवन के आउट होने के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने मोर्चा संभाला और टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। विराट कोहली ने सिर्फ 52 गेंद पर 100 रनों की विस्फोटक पारी खेली जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज का सबसे तेज वनडे शतक है। वहीं रोहित शर्मा ने सिर्फ 123 गेंद पर 141 रनों की नाबाद पारी खेली और मैन ऑफ द मैच चुने गए। कह सकते हैं भारतीय टीम की इस जबरदस्त जीत में विराट कोहली के ताबड़तोड़ शतक का सबसे बड़ा योगदान था।
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2. श्रीलंका के खिलाफ होबार्ट में 133 रनों की शानदार पारी
2012 के कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में भारतीय टीम के लिए ये करो या मरो वाला मुकाबला था। श्रीलंका ने पहले खेलते हुए तिलकरत्ने दिलशान और कुमार संगकारा की बेहतरीन शतकों की बदौलत 4 विकेट पर 320 रनों का विशाल स्कोर बनाया था।
नेट रन रेट की वजह से भारत को 321 रनों के विशाल टार्गेट को 40 ओवर के अंदर ही हासिल करना था। इसका मतलब ये हुआ कि भारतीय टीम को शुरुआत से ही 8 से ज्यादा की रन रेट रखनी थी।
86 रन तक भारतीय टीम सचिन तेंदुलकर और वीरेंदर सहवाग जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के विकेट गंवा चुकी थी। इसके बाद गौतम गंभीर और विराट कोहली ने तीसरे विकेट के लिए 115 रनों की साझेदारी की। गंभीर 63 रन बनाकर आउट हुए। उनके आउट होने के बाद कोहली ने सुरेश रैना के साथ 120 रनों की अविजित साझेदारी कर भारतीय टीम को 36.4 ओवर में ही लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
सुरेश रैना 24 गेंद पर 40 रन बनाकर नाबाद रहे और विराट कोहली ने सिर्फ 86 गेंद पर 133 रनों की जबरदस्त पारी खेली। इस मुकाबले से विराट कोहली की वर्ल्ड क्रिकेट में एक अलग ही पहचान बन गई। लसिथ मलिंगा इस मुकाबले में काफी महंगे साबित हुए थे और 7.4 ओवर में 96 रन खर्च कर डाले थे।
1.पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में 183 रनों की शानदार पारी
इस मैच में पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए 329 रनों का विशाल स्कोर बनाया था। नासिर जमशेद और मोहम्मद हफीज ने पहले विकेट के लिए रिकॉर्ड 224 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन भारत ने इस लक्ष्य को 47.5 ओवर में ही आसानी से हासिल कर लिया था। ये उस समय भारतीय टीम का वनडे में सबसे सफल रन चेज था।
भारतीय टीम की तरफ से विराट कोहली ने अपने वनडे करियर की सबसे बड़ी पारी खेली थी। उन्होंने 148 गेंद पर 22 चौके और 1 छक्के की मदद से 183 रन बनाए थे और भारत को पाकिस्तान के खिलाफ शानदार जीत दिलाई थी।