क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक शेन वॉर्न (Shane Warne) का शुक्रवार को निधन हो गया। उनके निधन पर कई सारे क्रिकेट दिग्गजों और क्रिकेट प्रेमियों ने शोक जताया है। वॉर्न ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 1000 से भी अधिक विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने जनवरी 1992 में सिडनी टेस्ट में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और 2007 में सिडनी में ही इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट खेला।
वॉर्न ने अपने क्रिकेट करियर में 145 टेस्ट और 194 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमशः 708 और 293 विकेट चटकाए हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 37 बार पांच या उससे अधिक विकेट और 10 बार दस या उससे अधिक विकेट चटकाए हैं। वॉर्न को लाल गेंद का जादूगर कहा जाता था। वह कभी भी बल्लेबाजों से भयभीत नहीं होते थे और अपने साहस से बल्लेबाजों पर लगातार दबाव बनाते थे। उन्होंने अपने करियर में कई यादगार उपलब्धियां हासिल की। वॉर्न ने अपने करियर में कई मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किए हैं, लेकिन इस आर्टिकल में हम आपको टेस्ट क्रिकेट में उनके 3 टॉप गेंदबाजी प्रदर्शन के बारे में बताने जा रहे हैं।
शेन वॉर्न के टेस्ट करियर के टॉप 3 स्पेल
#3 शानदार एशेज डेब्यू (1993)
1992 में टेस्ट डेब्यू करने के बाद अगले ही साल शेन वॉर्न को इंग्लैंड में एशेज डेब्यू करने का मौका मिला। इस सीरीज से पहले वे 18 पारियों में 30 विकेट चटका चुके थे। पहले मैच में इंग्लैंड की पारी में उन्होंने अपनी गेंदबाजी के दौरान माइक गैटिंग के सामने लेग स्टंप के बाहर गेंद फेंकी, जो ऑफ़ स्टंप के ऊपर जाकर लगी। इसे देखकर खुद गैटिंग ही नहीं बल्कि सभी हैरान रह गए। इस गेंद को 'सदी की सर्वश्रेष्ठ गेंद' कहा गया। इसके अलावा उन्होंने इस पारी में 3 अन्य विकेट भी लिए। पहली पारी में 4/51 के प्रदर्शन के साथ उन्होंने एशेज डेब्यू किया।
#2 6/86 बनाम दक्षिण अफ्रीका, डरबन (2006)
2006 में शेन वॉर्न ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन में शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को मैच जिताने में योगदान दिया था। 37 वर्षीय वॉर्न ने 5वें दिन 6/86 का प्रदर्शन करके अपने टेस्ट करियर मे 35वीं बार 5 या उससे अधिक विकेट हासिल किये और सबको हैरान कर दिया। इस दौरान उन्होंने जैक कैलिस, ग्रीम स्मिथ, एबी डीविलियर्स और जैक रूडोल्फ जैसे मुख्य बल्लेबाजों को आउट किया था।
#1 8/71 बनाम इंग्लैंड, ब्रिसबेन (1994)
1994 में इंग्लैंड की टीम एशेज खेलने ऑस्ट्रेलिया पहुंची थी। इस सीरीज में वॉर्न ने अपने टेस्ट करियर में 100 विकेट का आंकड़ा पूरा किया था। ब्रिसबेन में खेले गए पहले टेस्ट में शेन वॉर्न की फिरकी का जादू चला और मैच की चौथी पारी में शानदार गेंदबाजी करके इंग्लैंड को टेस्ट मैच ड्रॉ कराने से रोक दिया और ऑस्ट्रेलिया को 184 रनों से जीत मिली। वॉर्न ने इग्लैंड की दूसरी पारी में 8/71 के आंकड़े दर्ज किए, जो उनके टेस्ट करियर के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े साबित हुए।