भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने हाल ही में अगले दो विश्व कप में से कम से कम एक में खेलने की इच्छा जताई। केकेआर के पूर्व कप्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 विश्व कप सेमीफाइनल में भारत के लिए अंतिम बार खेला था। विश्व कप 2019 में निराशाजनक प्रदर्शन कि वजह से इन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। हालांकि कार्तिक का टी20 में भारत के लिए हालिया प्रदर्शन खराब नहीं रहा था लेकिन वनडे में खराब प्रदर्शन का खामियाजा उन्हें उठाना पड़ा। कार्तिक ने 2018 में निदहास ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार जीत दिलाकर सुर्खियां बटोरी थी।
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आगामी दो टी20 विश्व कप को मद्देनजर देखते हुए भारतीय टीम को भी ऋषभ पंत के बैकअप के रूप में एक विकल्प की तलाश है और इसी वजह से भारत कई विकल्पों को आजमा भी रहा है लेकिन अभी तक कोई पक्का विकल्प नहीं मिला है। हालांकि दिनेश कार्तिक के लिए भारतीय टीम में दोबारा वापसी करने के लिए राह आसान नहीं होने वाली क्योंकि कई युवा विकेटकीपर बल्लेबाज लगातार आजमाए जा रहे हैं। इस आर्टिकल में हम उन तरीकों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनके माध्यम से दिनेश कार्तिक की भारतीय टीम में वापसी देखने को मिल सकती है।
3 तरीके जिनके माध्यम से दिनेश कार्तिक की भारतीय टीम में वापसी हो सकती है
#3 आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके
दिनेश कार्तिक को वापसी करने के लिए सबसे ज्यादा आईपीएल 2021 के शेष सीजन में अच्छा प्रदर्शन करना बहुत जरूरी है। आईपीएल के इस सीजन के पहले चरण में कार्तिक का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। कार्तिक ने 7 मैचों में मात्र 123 रन ही बनाये थे। ऐसे में कार्तिक को यूएई में अच्छा करना होगा होगा और भारत के लिए फिनिशर की भूमिका निभाने के लिए उन्हें आईपीएल में इस सीजन ये भूमिका अच्छे से निभानी होगी।
#2 बैकअप विकेटकीपर के रूप में
दिनेश कार्तिक की वापसी बतौर बैकअप विकेटकीपर के रूप में भी हो सकती है। हालांकि उनसे आगे संजू सैमसन और इशान किशन इस रेस में हैं। इसके बावजूद बतौर विकेटकीपर शायद ही कार्तिक की काबिलियत को किसी पर संदेह होगा। कार्तिक जबरदस्त विकेटकीपिंग करते हैं और उन्होंने कई मौकों पर विकेट के पीछे शानदार कैच लपके हैं। हालांकि, भारतीय टीम में विकेटकीपर स्लॉट के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए दिनेश कार्तिक को अपनी फॉर्म और फिटनेस को अच्छा रखना होगा तभी उन्हें मौका मिल सकता है।
#1 अनुभव के आधार पर
दिनेश कार्तिक के पास अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का काफी अनुभव है। कार्तिक ने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था और वो तीन विश्व कप खेलने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे हैं। ऐसे में उनके पास बड़े इवेंट्स में भी खेलने का अनुभव है और वो दवाब में अच्छा करना बेहतर तरीके से जानते हैं। किसी युवा खिलाड़ी के लिए पहले ही टी20 विश्व कप में काफी दवाब हो सकता है और भारत के पास उपलब्ध विकल्पों के पास ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय स्तर का अनुभव भी नहीं है। ऐसे में अगर चयनकर्ता अनुभव को आधार बनाते हैं तो कार्तिक को मौका दिया जा सकता है।