आईपीएल का आयोजन इस साल यूएई में होना है लेकिन दर्शकों को लेकर एक बात सामने आई है। एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि आईपीएल में 30 से 50 फीसदी दर्शकों को मैदान पर लाया जा सकता है लेकिन यह तभी सम्भव होगा जब सरकार की अनुमति मिले। आईपीएल का आगाज सितम्बर में होगा।
एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के सचिव मुबाशशिर उस्मानी ने कहा है कि सरकार की मंजूरी मिलने की स्थिति में आईपीएल का आयोजन के समय तीस से पचास फीसदी दर्शकों को मैच देखने के लिए मैदान पर लाया जा सकता है। उस्मानी ने कहा कि इतने फीसदी दर्शक ही यहाँ मैच देखने के लिए आते हैं लेकिन फैसला पूरी तरह से सरकार के ऊपर निर्भर करता है।
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आईपीएल तीन स्टेडियम में होगा
यूएई में तीन वर्ल्ड क्लास स्टेडियम मौजूद हैं। इनमें शारजाह का मैदान सबसे पुराना है। भारत और पाकिस्तान के बीच यहाँ कई मैच नब्बे के दशक में हुए थे। इसके अलावा दो नए स्टेडियम बाद में बने। इनमें से एक अबुधाबी और दूसरा दुबई में बना। तीनों स्टेडियम पर आईपीएल मैचों का आयोजन होगा। जब भारत में 2014 के लोकसभा चुनाव थे तब भी इन स्टेडियमों पर ही आईपीएल के मुकाबले आयोजित हुए थे। शुरुआती चरण उस समय यूएई में खेला गया था।
कोरोना वायरस की स्थिति संयक्त अर्ब अमीरात में भारत की तुलना में काफी अच्छी है। वहां 6000 कोरोना केस हैं। यही कारण रहा कि बीसीसीआई ने टूर्नामेंट यूएई में कराने का फैसला किया। पुराना अनुभव भी यूएई के साथ जुड़ा हुआ है। श्रीलंका ने भी आईपीएल आयोजन के लिए पेशकश की थी लेकिन बीसीसीआई ने बेहतर सुविधाओं वाले संयुक्त अरब अमीरात को चुना।
भारतीय खिलाड़ियों की ट्रेनिंग अभी शुरू नहीं हुई है। इससे पहले आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक होनी है। उसमें यह तय होगा कि आईपीएल की रुपरेखा कैसी रखी जानी है। हालांकि कई भारतीय खिलाड़ियों को अपने स्तर पर फिटनेस और ट्रेनिंग के अलावा नेट प्रैक्टिस करते हुए देखा गया है। आधिअक्रिक रूप से खिलाड़ियों की आईपीएल से पहले ट्रेनिंग के बारे में बीसीसीआई को फैसला लेना है।