इंग्लैंड में चल रहा वर्ल्ड कप अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। ऑस्ट्रेलिया और भारत अब तक सेमीफाइनल में पहुंचने वाली 2 टीमें हैं। वर्ल्ड कप में अब तक डेविड वार्नर, रोहित शर्मा और केन विलियमसन जैसे बल्लेबाजों को बोलबाला रहा है।
शाकिब अल हसन ने 500 से ज़्यादा रन और 11 विकेट लेकर रिकॉर्ड बना दिया है और दिखाया है कि आखिर क्यों वह वनडे में दुनिया के नंबर वन ऑलराउंडर हैं। हालांकि, इस वर्ल्ड कप में कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से काफी निराश किया है।
खास तौर से बल्लेबाजी में बात करें तो कुछ बल्लेबाजों ने लगातार मौके मिलने के बावजूद खराब प्रदर्शन किया है और ऐसे में वर्ल्ड कप समाप्त होने के बाद उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है। एक नजर उन खिलाड़ियों पर जिन्हें खराब प्रदर्शन के लिए वर्ल्ड कप के बाद टीम से बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है।
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#4 डेविड मिलर (दक्षिण अफ्रीका)
दक्षिण अफ्रीका के लिए यह वर्ल्ड कप बेहद खराब गया है और टीम ने 8 में से 5 मैच गंवाए हैं। चाहे बल्लेेबाजी हो या फिर गेंदबाजी टीम के कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से निराश किया है। मध्यक्रम के बल्लेबाज डेविड मिलर ने इस वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा निराश किया है।
मिलर ने इस वर्ल्ड कप में 4 पारियों में 136 रन बनाए हैं और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 86.62 का रहा। बांग्लादेश के खिलाफ 38, न्यूजीलैंड के खिलाफ 36 और भारत के खिलाफ 31 रन बनाने वाले मिलर ने शुरूआत मिलने के बाद उसका फायदा नहीं उठाया।
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#3 फखर जमान (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के लिए यह वर्ल्ड कप अब तक मिला-जुला रहा है। हालांकि, उनके लिए ओपनिंग बल्लेबाजी अभी भी समस्या बनी हुई है। सलामी बल्लेबाज फखर जमान ने अब तक कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है और अहम मौकों पर टीम को सही शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे हैं।
फखर ने अब तक 7 पारियों में 24.71 की बेहद खराब औसत के साथ 173 रन बनाए हैं, लेकिन पाकिस्तान को उनसे इससे कहीं बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। फखर को तेज बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन इस वर्ल्ड कप में अब तक उनका स्ट्राइक रेट 88.27 का रहा है।
भारत के खिलाफ खेली गई उनकी 62 रनों की पारी को छोड़ दें तो उन्होंने कुछ खास नहीं किया है और कई मौकों पर अच्छी शुरुआत मिलने के बाद अपनी विकेट गंवाई है। वर्ल्ड कप में अब तक फखर के बल्ले से केवल एक अर्धशतक निकला है।
#2 एविन लेविस (वेस्टइंडीज)
इस वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज की टीम से लोगों को काफी उम्मीदें थीं क्योंकि उन्होंने वार्म-अप मैचों में धुंआधार बल्लेबाजी का नजारा पेश किया था। हालांकि, वर्ल्ड कप शुरु होने के बाद से वेस्टइंडीज का प्रदर्शन लगातार गिरता गया और टीम ने 8 में से 6 मुकाबले गंवा दिए हैं।
ओपनर बल्लेबाज एविन लेविस का फॉर्म विंडीज कप्तान जेसन होल्डर के लिए सिरदर्द बना रहा है। लेविस ने 4 पारियों में 18.25 की बेहद खराब औसत के साथ मात्र 73 रन बनाए हैं। गौरतलब है कि लेविस ने बांग्लादेश के खिलाफ 70 रनों की पारी खेली थी।
बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई पारी को छोड़ दें तो लेविस ने 3 पारियों में मात्र 3 रन बनाए थे। इस तरह के खराब प्रदर्शन के बाद लेविस के लिए वर्ल्ड कप के बाद टीम में अपनी जगह बचा पाना बेहद कठिन होगा।
#1 केदार जाधव (भारत)
भारतीय क्रिकेट टीम को इस बार वर्ल्ड कप जीतने का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है और अब तक के प्रदर्शन के बाद उन्होंने इसे लगभग सही साबित भी किया है। हालांकि, इस वर्ल्ड कप में भारत के लिए उसकी मध्यक्रम की बल्लेबाजी काफी बड़ी समस्या बनी रही है।
छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए केदार जाधव को टीम में जगह दी गई थी, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से निराश किया है। जाधव ने 5 पारियों में मात्र 80 रन बनाए हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ जाधव ने 52 रनों की पारी खेली थी जो इस वर्ल्ड कप में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है।
अफगानिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी के बाद जाधव का इस वर्ल्ड कप में सबसे बड़ा स्कोर 12 रनों का है जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। 80.81 की स्ट्राइक रेट से रन बनाने वाले जाधव वर्ल्ड कप के बाद टीम में होंगे इसकी कल्पना कर पाना मुश्किल है।