अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत से लेकर अब तक कई नए रिकॉर्ड बने हैं और कई चीजों में बदलाव भी आया है। इन सबके बावजूद दर्शकों की दिलचस्पी कम नहीं हुई है। दर्शक इस खेल से पहले जितना जी प्यार करते हैं। टेस्ट के बाद वनडे क्रिकेट आया और इसके बाद फटाफट क्रिकेट आया लेकिन लोकप्रियता तीनों प्रारूप की अपनी-अपनी जगह बनी हुई है। हर प्रारूप के अपने अलग दर्शक हैं और कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें तीनों प्रारूप ही खासे पसंद हैं। इन सबके बीच कुछ चीजें हैरानी वाली भी इस खेल में घटित हुई है। कई घटनाएं काफी दिलचस्प भी रही हैं। इन सभी के बारे में ही इस आर्टिकल में जिक्र किया गया है। शायद इन फैक्ट्स के बारे में आपको भी मालूम नहीं होगा।
भारत की तरफ से पहला वनडे शतक
भारत को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के 8 से 9 साल तक पहले वनडे शतक का इंतजार करना पड़ा। टीम की तरफ से पहला शतक कपिल देव ने लगाया। यह 1983 विश्वकप में जिम्बाब्वे के खिलाफ आया था। कपिल देव ने 138 गेंद पर 175 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। भारत के पांच विकेट 17 रन पर गिर गए थे तब कपिल देव ने कप्तानी पारी खेली थी। टीम को इस मैच में 31 रन से जीत मिली थी।
राहुल द्रविड़ के स्टेच्यू की असली दीवार का निर्माण
राहुल द्रविड़ को उम्दा तकनीक के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दीवार के नाम से जाना जाता था। इससे दो कदम आगे बढ़कर कर्नाटक क्रिकेट संघ ने एम चिन्नास्वामी में वास्तविक दीवार बनवा दी। टेस्ट में द्रविड़ के दस हजार रनों को देखते हुए इस दीवार को दस हजार ईंटों का इस्तेमाल करते हुए बनाया गया। कवर ड्राइव करते हुए द्रविड़ का मेटल स्टेच्यू भी इस दीवार पर लगाया गया है।
10 दिन का टेस्ट मैच
आजकल टेस्ट क्रिकेट को चार दिन का करने के बारे में चर्चाएँ होती है लेकिन पहले यह एक निर्णय आने तक चलते थे। ऐसा ही एक टेस्ट मैच दस दिन तक खेला गया था। 1939 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच मैच दस दिन तक चला था। 696 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने पांच विकेट पर 654 रन बनाए थे लेकिन जहाज (शिप) के कैप्टन को इंग्लिश टीम को वापस ले जाना था और उसने इंतजार करने से मना कर दिया इसलिए मैच को दसवें दिन ड्रॉ माना गया।
बिना गेंद विराट कोहली के नाम विकेट
विराट कोहली ने टी20 क्रिकेट में बिना गेंद ही विकेट प्राप्त किया। 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 में उन्हें गेंद थमाई गई थी। पहली बार ही गेंदबाजी कर रहे कोहली ने वाइड गेंद डाली। बल्लेबाज पीटरसन आगे निकलकर आए लेकिन यह वाइड गेंद थी जो लेग स्टम्प से बाहर टप्पा खाकर कीपर धोनी के हाथों में चली गई। पीटरसन स्टंपिंग होकर पवेलियन चले गए और कोहली के नाम बिना गेंद एक विकेट जुड़ गया।