वैश्विक क्रिकेट कैलेंडर के व्यस्त कार्यक्रम की वजह से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अब 5 की बजाय 4 दिनों के टेस्ट मैचों का प्लान बना रही है। 2020 में आईसीसी की क्रिकेट समिति इस मुद्दे पर सभी सदस्य देशों के साथ सलाह-मशविरा करेगी और उसके बाद इसे अमल में लाया जा सकता है। खबरों के मुताबिक 4 दिवसीय टेस्ट मैच 2023 आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप से अनिवार्य हो सकता है।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो में छपी खबर के मुताबिक आईसीसी ज्यादा से ज्यादा ग्लोबल इवेंट्स को समय देना चाहती है। इसके अलावा बीसीसीआई को भी द्विपक्षीय श्रृंखलाओं के लिए और समय चाहिए। दुनिया भर में टी20 लीग भी काफी चल रही हैं और 5 दिनों के मैचों के आयोजन में लगने वाला ज्यादा पैसा भी इसका एक बड़ा कारण है।
अगर 2015 से 2023 के बीच 4 दिनों का टेस्ट मैच हुआ होता तो कुल 335 दिन खाली मिल जाते। इससे बाकी टूर्नामेंट्स या सीरीज को समय मिल जाता। इसके अलावा इन बाकी बचे दिनों में और ज्यादा टेस्ट मैच भी हो सकते थे। आपको बता दें कि 4 दिनों का टेस्ट मैच क्रिकेट में नया नहीं है। इस साल इंग्लैंड और आयरलैंड ने 4 दिवसीय टेस्ट मैच खेला था और 2017 में दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे के बीच भी 4 दिनों का ही मैच हुआ था।
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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ केविन रॉबर्ट्स ने इस पर अपनी सहमति जताई है। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान टिम पेन इससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस साल खेले गए एशेज सीरीज का ही उदाहरण लें तो मुझे लगता है कि हर मैच पांचवे दिन गया, भले ही रिजल्ट ना निकले। पेन ने कहा कि 5 दिनों के टेस्ट मैच में खिलाड़ी का असली टेस्ट होता है।