आईपीएल दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट इवेंट में से एक है, जिसने कई सितारों को चमकाया और कई को गिराया। 2008 से लेकर 2019 तक कई खिलाड़ी आए, जिन्होंने आईपीएल में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। हर एक क्रिकेटर आईपीएल में खेलने का सपना देखता है और कई क्रिकेटरों के सपने आईपीएल खेलकर पूरे होते हैं। आईपीएल में खेलकर रातों-रात खिलाड़ी स्टार बन गए हैं।
आईपीएल में दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर खेलते हैं और इस लीग में हर एक मैच काफी चुनौतीपूर्ण होता है। इस लीग में खेलने के बाद कोई भी खिलाड़ी बड़े से बड़े मैच प्रेशर को झेल सकता है। आईपीएल में हर एक गेंद पर काफी प्रेशर होता है और इसलिए खिलाड़ी उस चीज के आदी हो जाते हैं।
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आईपीएल की वजह से कई क्रिकेटरों को अपने देश की तरफ से भी खेलने का मौका मिला, हालांकि कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो अपने बेहतरीन प्रदर्शन को लगातार जारी नहीं रख पाए और उन्हें धीरे-धीरे भुला दिया गया। आज हम ऐसे ही क्रिकेटरों की बात करेंगे।
आईपीएल के वो हीरोज जो अब भुला दिए गए हैं
सिद्धार्थ त्रिवेदी
सिद्धार्थ त्रिवेदी ऐसे खिलाड़ी थे, जिनका राजस्थान रॉयल्स को 2008 में आईपीएल खिताब जिताने में बहुत बड़ा हाथ था। गुजरात से ताल्लुक रखने वाले 25 साल के मीडियम पेसर सिद्धार्थ त्रिवेदी को गेंदबाजी में चतुराई और विविधता की वजह से टीम में लाया गया था। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वॉर्न ने उन्हें 'मिक्सड बैग ऑफ ट्रिक्स' नाम दिया था। यहां तक कि वो उन्हें भारतीय क्रिकेट का अगला बड़ा स्टार बताते थे।
हालांकि फिक्सिंग और खराब प्रदर्शन की वजह से उनका करियर आगे नहीं बढ़ पाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी से आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में पूछताछ की गई। पूछताछ में सिद्धार्थ ने स्वीकार किया, कि उन्होंने बुकी से पैसे लिए। पूछताछ में गुनाह कबूल करने के बाद सिद्धार्थ को एक साल के लिए बैन कर दिया गया।
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अपने पहले आईपीएल सीजन में सिद्धार्थ त्रिवेदी ने 15 मैच में 22 के स्ट्राइक रेट के साथ 13 विकेट लेकर अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था। आईपीएल का पहला संस्करण जीतने के बाद हर किसी की जुबां पर उनका नाम था लेकिन वो चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ नहीं खींच सके।
सीजन दर सीजन सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंदबाजी में धार कम होती गई और उसके बाद वो टीम में शामिल होने की रेस से ही बाहर हो गए। हालांकि हर कोई इस बात से सहमत होगा कि वो खिताब जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स टीम के एक हीरो थे, एक ऐसे हीरो जिन्हें भुला दिया गया।