टेस्ट क्रिकेट में अगर बड़े स्कोर की बात करें तो यह देखा जाता है कि टीमें अपनी पहली पारी में ही ज्यादा से ज्यादा रन बनाती हैं। टेस्ट क्रिकेट के अधिकतर बड़े स्कोर मैच की पहली या दूसरी पारी में ही बनते हैं। टेस्ट में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम है। उन्होंने 1997 में भारत के खिलाफ 952/6 का स्कोर बनाया था।
टेस्ट क्रिकेट के टॉप 50 सबसे बड़े स्कोर की बात करें तो इसमें से 48 स्कोर टीमों ने पहली पारी में बनाये। सिर्फ दो स्कोर ऐसे हैं जो टीमों ने अपनी दूसरी (मैच की तीसरी) पारी में बनाया और वह भी इस लिस्ट में 49वें एवं 50वें स्थान पर आते हैं। अगर मैच की चौथी पारी के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो अभी तक सिर्फ एक बार किसी टीम ने 650 का आंकड़ा पार किया है।
अब आइये नजर डालते हैं टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में बने चार सबसे बड़े स्कोर पर:
# 450 (पाकिस्तान vs ऑस्ट्रेलिया, 2016)
दिसंबर 2016 में ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने उस रोमांचक मैच में पाकिस्तान को 39 रनों से हराया और चौथी पारी में तीसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद पाकिस्तान की टीम मैच हार गई।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 429 रन बनाये, जिसके जवाब में पाकिस्तान की टीम 142 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। मेजबानों को 287 रनों की बड़ी बढ़त मिली और दूसरी पारी में 202/5 के स्कोर पर उन्होंने पारी घोषित की एवं पाकिस्तान को जीत के लिए 490 रनों का लक्ष्य दिया। पाकिस्तान ने 'मैन ऑफ द मैच' असद शफीक (137) के शानदार शतक की मदद से दूसरी पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी की, लेकिन 450 के स्कोर पर ऑल आउट होकर लक्ष्य से पीछे रह गए।
# 450/7 (दक्षिण अफ्रीका vs भारत, 2013)
दिसंबर 2013 में जोहांसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच दो मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट खेला गया। दक्षिण अफ्रीका ने मैच की चौथी पारी में 450 का आंकड़ा छूआ, लेकिन लक्ष्य तक नहीं पहुंच सके और मैच ड्रॉ हुआ। भारत ने पहली पारी में 280 रन बनाए, जिसके जवाब में मेजबान टीम 244 रन ही बना सकी। दूसरी पारी में भारत ने 421 रन बनाये और दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 458 रनों लक्ष्य दिया लेकिन मैच खत्म होते समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 450/7 रह गया और वह मैच नहीं जीत सके। फाफ डू प्लेसी (134) और एबी डीविलियर्स (103) ने शतक जड़ा था।
दक्षिण अफ्रीका ने उस मैच में टेस्ट की चौथी पारी का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाया। विराट कोहली (119 एवं 96) को मैच में 215 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
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# 451 (न्यूजीलैंड vs इंग्लैंड, 2002)
मार्च 2002 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पहला टेस्ट क्राइस्टचर्च में खेला गया था। इंग्लैंड ने पहली पारी में 228 रन बनाये, जिसके जवाब में न्यूजीलैंड सिर्फ 147 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इंग्लैंड को 81 रनों की बढ़त मिली और दूसरी पारी में उन्होंने 468/6 का स्कोर बनाकर मेजबानों के सामने जीत के लिए 550 का असंभव सा लक्ष्य रखा।
न्यूजीलैंड ने नाथन एस्टल (168 गेंद 222) के धुआंधार दोहरे शतक की मदद से मैच की चौथी पारी में 451 रन बनाये, लेकिन लक्ष्य से पीछे रह गए और इंग्लैंड ने 98 रनों से मुकाबला जीता। यह टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। ग्राहम थोर्प (200*) को दूसरी पारी में दोहरा शतक बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
# 654/5 (इंग्लैंड vs दक्षिण अफ्रीका, 1939)
टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है। यह विश्व रिकॉर्ड 1939 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच डरबन में खेले गए टाइमलेस टेस्ट में बना था। यह मैच 3 मार्च से 14 मार्च तक खेला गया था और इसमें 10 दिनों का खेल हुआ था। 5 और 12 मार्च को रेस्ट डे था।
दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 530 रन बनाये, जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 316 रन ही बना सकी। मेजबाजों को 214 रनों की बढ़त हासिल हुई और दूसरी पारी में उन्होंने 481 रन बनाये। इंग्लैंड को जीत के लिए 696 रनों का विशाल लक्ष्य मिला, लेकिन बिल एडरिच (219) के दोहरे शतक और कप्तान वॉली हेमंड (140) एवं पॉल गिब (120) के शानदार शतकों की मदद से इंग्लैंड ने 654/5 का स्कोर बना लिया था और इसी स्कोर पर दोनों कप्तानों की सहमति से मैच ड्रॉ हो गया।