# 451 (न्यूजीलैंड vs इंग्लैंड, 2002)
मार्च 2002 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पहला टेस्ट क्राइस्टचर्च में खेला गया था। इंग्लैंड ने पहली पारी में 228 रन बनाये, जिसके जवाब में न्यूजीलैंड सिर्फ 147 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इंग्लैंड को 81 रनों की बढ़त मिली और दूसरी पारी में उन्होंने 468/6 का स्कोर बनाकर मेजबानों के सामने जीत के लिए 550 का असंभव सा लक्ष्य रखा।
न्यूजीलैंड ने नाथन एस्टल (168 गेंद 222) के धुआंधार दोहरे शतक की मदद से मैच की चौथी पारी में 451 रन बनाये, लेकिन लक्ष्य से पीछे रह गए और इंग्लैंड ने 98 रनों से मुकाबला जीता। यह टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। ग्राहम थोर्प (200*) को दूसरी पारी में दोहरा शतक बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
# 654/5 (इंग्लैंड vs दक्षिण अफ्रीका, 1939)
टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है। यह विश्व रिकॉर्ड 1939 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच डरबन में खेले गए टाइमलेस टेस्ट में बना था। यह मैच 3 मार्च से 14 मार्च तक खेला गया था और इसमें 10 दिनों का खेल हुआ था। 5 और 12 मार्च को रेस्ट डे था।
दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 530 रन बनाये, जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 316 रन ही बना सकी। मेजबाजों को 214 रनों की बढ़त हासिल हुई और दूसरी पारी में उन्होंने 481 रन बनाये। इंग्लैंड को जीत के लिए 696 रनों का विशाल लक्ष्य मिला, लेकिन बिल एडरिच (219) के दोहरे शतक और कप्तान वॉली हेमंड (140) एवं पॉल गिब (120) के शानदार शतकों की मदद से इंग्लैंड ने 654/5 का स्कोर बना लिया था और इसी स्कोर पर दोनों कप्तानों की सहमति से मैच ड्रॉ हो गया।