#2 प्रज्ञान ओझा
2009 में भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने हमेशा अपनी अहमियत साबित की थी। भले ही वनडे और टी-20 में ओझा को बेहद कम मौके मिले और वह उनमेें ज़्यादा प्रभावशाली साबित भी नहीं हुए, लेकिन लंबे फॉर्मेट में ओझा हमेशा शानदार प्रदर्शन किया।
भारत के लिए 24 टेस्ट मैचों में ओझा ने 113 विकेट झटके थे। 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े मैदान में खेले गए टेस्ट मैच में ओझा ने 10 विकेट हासिल किए थे। अपने करियर में ओझा ने पहली बार एक टेस्ट में 10 विकेट हासिल किए थे जिसके बाद उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
भले ही लोगों को यह पता था कि यह सचिन तेंदुलकर का आखिरी इंटरनेशनल मैच है, लेकिन शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इतना शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद यह ओझा का भी आखिरी मैच हो जाएगा।