टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के काफी खिलाड़ियों ने चौंकाने वाले प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड लिस्ट में अपना नाम दर्ज किया है। टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और शतक का रिकॉर्ड अभी भी सचिन तेंदुलकर के नाम है, वहीं सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अनिल कुंबले चौथे स्थान पर हैं।
ऑलराउंड रिकॉर्ड की अगर बात करें तो अभी तक 10 ऐसे भारतीय खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन बनाने के अलावा 100 विकेट भी लिए हैं। इस लिस्ट में वीनू मांकड़, कपिल देव, रवि शास्त्री, अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, हरभजन सिंह, ज़हीर खान, इरफान पठान, रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा शामिल हैं।
हालाँकि अगर एक ही टेस्ट में शतक और पारी में 5 विकेट के रिकॉर्ड की बात करें तो सिर्फ चार भारतीय खिलाड़ी ही ऐसा कर सके हैं। वैसे शतक और मैच में 10 विकेट का रिकॉर्ड अभी तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी नहीं बना पाया है।
आइये नज़र डालते हैं 4 ऐसे भारतीय खिलाड़ियों पर जिन्होंने एक ही टेस्ट में शतक और 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया:
# वीनू मांकड़ (1952 vs इंग्लैंड)
1952 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट में वीनू मांकड़ ने एक ही टेस्ट में शतक और 5 विकेट का रिकॉर्ड बनाया था और ऐसा करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। भारत की पहली पारी में 72 रन बनाने के बाद वीनू मांकड़ ने दूसरी पारी में 184 रनों की शानदार पारी खेली। इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में 196 रन देकर 5 विकेट लिए थे। हालाँकि इंग्लैंड (537 एवं 79/2) ने उस टेस्ट में भारत (235 एवं 378) को 8 विकेट से हराया था।
# पॉली उमरीगर (1962 vs वेस्टइंडीज)
1962 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए सीरीज के चौथे टेस्ट में पॉली उमरीगर ने टेस्ट में शतक और पारी में 5 विकेट का रिकॉर्ड बनाया था। वेस्टइंडीज की पहली पारी में उमरीगर ने 107 रन देकर 5 विकेट लिए। उसके बाद भारत की पहली पारी में 56 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में उन्होंने नाबाद 172 रन बनाये थे। हालाँकि उनके बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद वेस्टइंडीज (444/9 एवं 176/3) ने भारत (197 एवं 422) को 7 विकेट से हराया था।
# रविचंद्रन अश्विन (2011 एवं 2016 vs वेस्टइंडीज & 2021 vs इंग्लैंड)
एक ही टेस्ट में शतक और पारी में 5 विकेट का रिकॉर्ड रविचंद्रन अश्विन तीन बार बना चुके हैं। उन्होंने यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में मुंबई में खेले गए तीसरे टेस्ट और 2016 में एंटिगा में खेले गए पहले टेस्ट में बनाया था। इसके बाद उन्होंने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में यह रिकॉर्ड बनाया था।
2011 में मुंबई टेस्ट की पहली पारी में अश्विन ने 156 रन देकर 5 विकेट लिए थे और उसके बाद भारत की पहली पारी में 103 रन बनाये थे। मैन ऑफ द मैच अश्विन के शानदार प्रदर्शन के बावजूद वेस्टइंडीज (590 एवं 134) और भारत (482 एवं 242/9) के बीच वह रोमांचक मैच ड्रॉ हुआ था। भारतीय टीम लक्ष्य से एक रन और वेस्टइंडीज जीत से एक विकेट दूर रह गई थी।
नॉर्थ साउंड, एंटिगा में खेले गए टेस्ट की एकमात्र पारी में भारत ने 566/8 का स्कोर बनाया था, जिसमें अश्विन का योगदान 113 रनों का था। बड़े स्कोर के जवाब में मेजबान वेस्टइंडीज की टीम 243 और 231 रन बनाकर ऑल आउट हो गई एवं भारत ने एक पारी और 92 रनों से मुकाबला जीत लिया। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में अश्विन ने 7 विकेट लिए और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
2021 चेन्नई टेस्ट में भारत की 317 रनों की जबरदस्त जीत में अश्विन को मैन ऑफ द मैच चुना गया था। अश्विन ने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 3 विकेट लेने के अलावा बल्लेबाजी में 106 रनों की शानदार पारी खेली थी। भारत ने पहली पारी में 329 रन बनाये, जिसके जवाब में इंग्लैंड सिर्फ 134 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। दूसरी पारी में भारत ने 286 रन बनाये और जीत के लिए 482 रनों के लक्ष्य के सामने इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 164 रन बनाकर ढेर हो गई।
# रविंद्र जडेजा (2022 vs श्रीलंका एवं 2024 vs इंग्लैंड)
2022 में श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट में रविंद्र जडेजा ने 175 रनों की बेहतरीन पारी खेलने के अलावा पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 4 विकेट लिए और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। भारत ने पहली पारी में 574/8 का विशाल स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में श्रीलंकाई टीम पहली पारी में 174 और दूसरी पारी में 178 रन बनाकर ऑल आउट हुई और उन्हें एक पारी और 222 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
2024 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट में रविंद्र जडेजा ने दूसरी बार एक टेस्ट में शतक और पारी में 5 विकेट का रिकॉर्ड बनाया। रविंद्र जडेजा ने पहली पारी में 112 रन बनाये, वहीं पहली पारी में 2 विकेट लेने के बाद उन्होंने दूसरी पारी में 5 विकेट लिए और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। भारत ने पहली पारी में 445 रन बनाए, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 319 रन बनाये। दूसरी पारी में भारत ने 430/4 का स्कोर बनाया और इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 557 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। जवाब में इंग्लैंड की टीम सिर्फ 122 रनों पर ढेर हो गई और भारत ने 434 रनों के अंतर से अपनी टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत हासिल की।