#3. वीरेंद्र सहवाग
वीरेंद्र सहवाग ने भी आईसीसी के सभी 3 टूर्नामेंटों में सफलता का स्वाद चखा है। सहवाग चैंपियंस ट्रॉफी 2002 में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी करते हुए 5 मैचों में 271 रन ठोक डाले थे।
इसके पांच साल बाद, वीरू ने बल्ले के साथ शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को पहली बार टी-20 विश्व कप जिताने में मुख्य भूमिका निभाई। हालाँकि, वह चोटिल होने की वजह से फाइनल में नहीं खेल पाए लेकिन सेमीफइनल तक उन्होंने टीम इंडिया को हमेशा अच्छी शुरुआत दिलाई।
नजफगढ़ के नवाब ने विश्व कप 2011 में सचिन तेंदुलकर के साथ सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका भी बखूबी निभाई और ज्यादातर मैचों की शुरुआत पहली गेंद पर चौका लगाकर की। बांग्लादेश के खिलाफ इस विश्व के पहले ही मैच में सहवाग की 140 गेंदों में बनाए 175 रनों की तूफानी पारी इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी रही।