क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। इसमें कब कौन सी टीम हार जाए या जीत जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। उसी तरह खिलाड़ियों के लिए भी ये काफी अनिश्चितताओं भरा खेल है। बड़े से बड़ा प्लेयर भी जब टीम से बाहर हो जाता है तो उसकी वापसी काफी मुश्किल हो जाती है। इसके कई उदाहरण हमने देखे हैं, जब खिलाड़ियों को टीम से बाहर होना पड़ा और उसके बाद उनकी कभी भी वापसी नहीं हो पाई और उनको संन्यास लेना पड़ा। भारतीय टीम में भी कई ऐसे वाकए हुए हैं।
भारतीय खिलाड़ियों की अगर बात करें तो इस लिस्ट में मोहम्मद कैफ, इरफान पठान, युवराज सिंह, और आरपी सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के नाम हैं। ये सभी अपने जमाने के दिग्गज खिलाड़ी थे और कई मैच भारतीय टीम को जिताए लेकिन जब ये टीम से बाहर हुए तो फिर वापसी नहीं कर पाए और इन्हें संन्यास लेना पड़ा।
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वर्तमान समय में भी भारतीय टीम के कई दिग्गज खिलाड़ी बाहर चल रहे हैं लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि इनकी वापसी अब काफी मुश्किल है। ये काफी दिग्गज खिलाड़ी हैं और वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं। आइए जानते हैं वो 4 खिलाड़ी कौन-कौन से हैं जिन्होंने 2011 में भारतीय टीम के साथ वर्ल्ड कप जीता था लेकिन अब उनकी वापसी काफी मुश्किल है।
भारतीय टीम में इन 4 खिलाड़ियों की वापसी अब मुश्किल है
4.यूसुफ पठान
यूसुफ पठान 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के अहम सदस्य थे। उन्हें ग्रुप स्टेज के सभी मैचों में खेलने का मौका मिला था। उन्होंने अपने वनडे करियर में कुल 57 वनडे और 22 टी20 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 810 और 236 रन बनाए।
यूसुफ पठान काफी आक्रामक बल्लेबाज थे और जरुरत पड़ने पर बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते थे। लेकिन लगातार खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 18 मार्च 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ खेला था, जबकि 30 मार्च को आखिरी टी20 मैच खेला था।
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भारतीय टीम में जिस तरह के खिलाड़ी मौजूद हैं, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि अब उनकी टीम में वापसी काफी मुश्किल है। वो अपना आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट भी गंवा चुके हैं, ऐसे में उनकी वापसी की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
3.पियूष चावला
पियूष चावला भी 2011 वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा थे। उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप में 3 मैच खेले थे और 4 विकेट चटकाए थे। वर्ल्ड कप में नीदरलैंड के खिलाफ तीसरे मैच के बाद वो कभी भारतीय टीम के लिए दोबारा वनडे मैच नहीं खेल पाए। उन्होंने अपना आखिरी टी20 मुकाबला दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
भारतीय टीम में इस वक्त युजवेंद्र चहल, रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव के रूप में बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों की जोड़ी मौजूद है। इसलिए पियूष चावला की वापसी अब मुश्किल लगती है।
2.सुरेश रैना
सुरेश रैना भी 2011 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबले में जबरदस्त पारी खेलकर उन्होंने टीम को जीत दिलाई थी। इसके अलावा पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में भी उनकी पारी बेहद अहम थी।
वर्ल्ड कप के बाद भी रैना कई सालों तक भारतीय टीम का हिस्सा रहे और 2015 में भी वर्ल्ड कप खेला। हालांकि धीरे-धीरे उनका प्रदर्शन गिरता चला गया और वो टीम से बाहर हो गए। 2018 में उन्होंने वापसी जरुर की थी लेकिन फिर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि रैना ने हाल ही में कहा था कि वो टीम में वापसी करने के लिए पूरी जी-जान लगा देंगे, लेकिन अब उनकी वापसी शायद ही भारतीय टीम में हो पाए।
1.हरभजन सिंह
हरभजन सिंह भारत के सबसे दिग्गज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने कई मैच भारतीय टीम को अपने दम पर जिताए हैं। मैदान के अंदर वो जिस जज्बे से खेलते थे, वो काबिलेतारीफ था। हरभजन 2011 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रमुख हिस्सा थे लेकिन 9 मैचों में मात्र 9 विकेट ही ले पाए थे।
उसके बाद आने वाले समय में खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। 2016 में उन्होंने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला और उसके बाद वापसी नहीं कर पाए। भारतीय टीम में जिस तरह के स्पिनर अभी हैं, उसे देखते हुए हरभजन की वापसी काफी मुश्किल है। हालांकि हरभजन सिंह ने बयान दिया है कि अगर वो आईपीएल में दिग्गज बल्लेबाजों को आउट कर सकते हैं तो फिर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी कर सकते हैं।