क्रिकेट एक टीम गेम है जहाँ 'मैं' शब्द की कोई गुँजाइश नहीं है। किसी भी टीम की जीत में दो बल्लेबाज़ों के बीच होने वाली साझेदारी बहुत मायने रखती है। खेल के सबसे लंबे प्रारूप, टेस्ट क्रिकेट में न केवल खिलाड़ियों की शारीरिक फिटनेस बल्कि मानसिक शक्ति की भी कड़ी परीक्षा होती है।
क्रिकेट इतिहास में हमने कुछ बड़ी साझेदारियाँ देखी हैं जिन्होंने पूरे मैच का पासा ही पलट दिया। कई बार तो पहली पारी में फॉलोऑन मिलने के बाद भी दो बल्लेबाज़ों के बीच हुई सांझेदारियों की बदौलत टीमें जीत गई हैं।
ऐसे में उन बल्लेबाज़ जोड़ियों के बारे में जानना दिलचस्प होगा जिन्होंने पूरे दिन बल्लेबाज़ी कर अपनी टीम को हार से बचाया है। तो आइये जानते हैं इन तीन बल्लेबाज़ जोड़ियों के बारे में:
#1. राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 335 रन, कोलकाता टेस्ट, 2001)
भारतीय टीम 2001 में बुरे दौर से गुज़र रही थी जब उसे घर और विदेश में भी हार का सामना करना पड़ रहा था। दूसरी ओर, उस समय भारत का दौरा कर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले टेस्ट में भारत को 10 विकेट से हराया था और दूसरे टेस्ट में पूरे आत्म-विश्वास से उतरी थी। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया लगातार 16 टेस्ट मैचों में जीत दर्ज करने का रिकार्ड बना चुकी थी। उस समय इस टीम में स्टीव वॉ, शेन वॉर्न, रिकी पोंटिंग और ग्लेन मैकग्राथ जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल थे।
कोलकाता के ईडन गार्डन में खेले गए इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में कुल 445 रन बनाए और भारतीय टीम को 171 रनों पर आल-आउट कर 274 की बढ़त बना ली और मेज़बान टीम को फॉलो-आन मिलने के कारण दोबारा बल्लेबाज़ी करने के लिए उतरना पड़ा।
भारतीय कप्तान सौरव गांगुली के आउट होने के समय स्कोर 232-4 था और भारत पर हार का खतरा मंडरा रहा था। इसके बाद राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की जोड़ी मैदान पर थी और तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक लक्ष्मण 109 और द्रविड़ के 7 रन पर खेल रहे थे।
अब भारतीय टीम के लिए चौथा दिन बहुत अहम था। इस दिन की शुरुआत से ही द्रविड़ और लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और काउंटर-अटैकिंग क्रिकेट खेली जिससे कंगारू गेंदबाज़ों के हौसले पस्त हो गए। इस जोड़ी ने पूरे दिन खेलकर रिकार्ड 335 रनों की सांझेदारी की। पांचवें दिन लक्ष्मण और द्रविड़ ने आउट होने से पहले क्रमशः 281 और 180 रनों की ऐतिहासिक पारियां खेलीं और भारत ने 657 के स्कोर पर अपनी पारी की घोषणा कर दी। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया को जीतने के लिए 75 ओवरों में 384 रनों का लक्ष्य मिला।
लेकिन भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 6 विकेट हासिल किये और इस प्रकार ऑस्ट्रेलिया को 212 रनों पर आल-आउट कर भारत ने 171 रनों से यह मैच जीता था।
#2. कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 357 रन,कोलंबो टेस्ट 2006)
दक्षिण अफ्रीका के श्रीलंका दौरे का पहला टेस्ट मैच 27 जुलाई, 2006 को शुरू हुआ। उस समय दक्षिण अफ्रीकी टीम की कप्तानी ऐशवेल प्रिंस कर रहे थे। श्रीलंकाई टीम अपने अनुभवी तेज़ गेंदबाज चामिंडा वास के बिना मैदान पर उतरी, जो हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण पहले टेस्ट से बाहर हो गए थे।
मेज़बान टीम ने शानदार शुरुआत करते हुए दक्षिण अफ्रीका की आधी टीम को 112 के स्कोर पर पवेलियन वापिस भेज दिया था। लेकिन एबी डिविलियर्स के के 65 रनों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 169 रन बनाए।
इसके बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और उनके दोनों सलामी बल्लेबाजों 14 रनों के स्कोर पर पवेलियन वापिस लौट गए। तब शायद किसी ने भी यह नहीं सोचा होगा कि कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने की जोड़ी इतिहास रच देगी। इस जोड़ी ने पूरा दिन बल्लेबाज़ी करते हुए 357 रन जोड़े और अगले दिन भी शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए तीसरे विकेट के लिए रिकार्ड 624 रनों की साझेदारी की। जिसमें से जयवर्धने ने 374 रन बनाए, जबकि संगकारा ने 11 घंटे बल्लेबाजी करते हुए 287 रन बनाए। नतीजतन, इस मैच को श्रीलंका ने एक पारी और 153 रनों से जीता था।
#3. एंजेलो मैथ्यूज और कुसल मेंडिस (न्यूजीलैंड के खिलाफ 239 रन, वेलिंगटन टेस्ट, 2018)
न्यूजीलैंड दौरे पर अपने पहले टेस्ट की पहली पारी में श्रीलंकाई टीम ने 282 रन बनाये। जवाब में कीवी टीम ने अपने सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम की 264 रनों की शानदार पारी की बदौलत 578 रनों का विशाल स्कोर बनाया।
इसके बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 13 रनों पर अपने तीन विकेट गँवा दिए। मेहमान टीम पर हार का खतरा मंडरा रहा था और लग रहा था कि श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों के पास टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट की आग उगलती गेंदों का कोई जबाव नहीं है।
लेकिन एंजेलो मैथ्यूज और कुसल मेंडिस ने पूरे दिन बल्लेबाजी करते हुए 239 रन जोड़े और और श्रीलंका को मैच में वापसी दिलवाई। पांचवें दिन मूसलाधार बारिश के कारण केवल 12 ओवर ही फेंके जा सके और मैच ड्रा पर समाप्त हुआ। अपनी पारी में मेंडिस ने 141 और मैथ्यूज ने नाबाद 120 रन बनाये थे।