क्रिकेट के सभी प्रारूपों में से टेस्ट क्रिकेट को सबसे कठिन माना जाता है। पांच दिनों तक चलने वाले इस खेल में ही खिलाड़ियों की असली परीक्षा होती है। टेस्ट क्रिकेट में सफल होने के लिए खिलाड़ियों को ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी काफी मजबूत होना पड़ता है। इसके अलावा खिलाड़ियों के अंदर एकाग्रता और धैर्य जैसे गुणों का होना भी अत्यंत आवश्यक है। क्रिकेट के इतिहास में कुछ खिलाड़ी ऐसे हुए हैं जिनके अंदर ये सभी गुण कूट कूटकर भरे थे। आज हम आपको वैसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं। हम आपको उन पांच गेंदबाजों के बारे बताएंगे जिन्होंने अब तक के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा गेंदें फेंकी है। इन पांच खिलाड़ियों में से चार खिलाड़ी ऐसे हैं जो क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। सिर्फ एक खिलाड़ी ही ऐसा है जो अब भी टेस्ट क्रिकेट खेल रहा है।
#5 कर्टनी वॉल्श
वेस्टइंडीज के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे कर्टनी वॉल्श इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर आते हैं। कुल 519 टेस्ट विकेट ले चुके कर्टनी वॉल्श एक ज़माने में वेस्टइंडीज की गेंदबाजी के स्तंभ हुआ करते थे। अपने सत्रह साल के लम्बे टेस्ट करियर में उन्होंने कुल 30019 गेंदें फेंकी। उनकी और कर्टनी एम्ब्रोस की जोड़ी गेंदबाजों की सबसे खतरनाक जोड़ियों में से एक हुआ करती थी। अच्छे अच्छे बल्लेबाज भी उनकी इस जोड़ी के सामने बल्लेबाजी करने से घबराते थे। छह फुट पांच इंच लंबे कर्टनी वॉल्श गेंदबाजी में अपनी लम्बाई का खूब फायदा उठाते थे।
#4 जेम्स एंडरसन
इस लिस्ट में चौथे पायदान पर हैं इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन। वे अब तक 145 मैचों में कुल 31746 गेंदें फेंक चुके हैं। इस लिस्ट में वो एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं जो अब भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं। उनके अलावा इस लिस्ट के सभी गेंदबाज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। जेम्स एंडरसन कई वर्षों से इंग्लैंड के प्रमुख गेंदबाज हैं। वो एकमात्र ऐसे इंग्लिश गेंदबाज हैं जिनके नाम पांच सौ से ज्यादा टेस्ट विकेट हैं। अब तक वो कुल 565 टेस्ट विकेट ले चुके हैं। अपनी स्विंग गेंदबाजी के लिए पूरी दुनिया में मशहूर जेम्स एंडरसन इस समय आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में दुसरे स्थान पर काबिज हैं।
#3 शेन वॉर्न
इस लिस्ट में तीसरा नाम ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न का है। अपने ज़माने के सबसे मशहूर स्पिनरों में से एक रहे शेन वॉर्न ने अपने पुरे करियर में कुल 40705 गेंदें फेंकी थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट मैच खेलने वाले शेन वार्न की घूमती हुई गेंदों को खेलना विपक्षी बल्लेबाजों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं होता था। उनके और मुरलीधरन के बीच बादशाहत की जंग काफी मशहूर थी। क्रिकेट प्रेमी आज भी इस बात को लेकर वाद-विवाद करते हैं की दोनों में से कौन-सा स्पिनर सर्वश्रेष्ठ था।
#2 अनिल कुंबले
मुथैया मुरलीधरन के समकालीन रहे अनिल कुंबले का नाम इस लिस्ट में दुसरे नंबर पर आता है। उन्होंने 132 टेस्ट मैचों में कुल 40850 गेंदें फेंकी थी। अनिल कुंबले ने अपने दम पर कई मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलवाई थी। उनकी गेंदबाजी की सबसे बड़ी खासियत उनकी उछाल भरी गेंदें थी। आम तौर पर उन्हें ज्यादा टर्न नहीं मिलता था लेकिन उनकी उछाल भरी गेंदें विपक्षी बल्लेबाजों को खूब परेशान करती थी। अपने करियर के अंतिम दौर में उन्होंने भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी। जंबो के नाम से मशहूर अनिल कुंबले टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनके नाम कुल 619 विकेट हैं।
#1 मुथैया मुरलीधरन
टेस्ट क्रिकेट के अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा गेंद फेंकने वाले गेंदबाज श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं। इस दिग्गज स्पिनर ने अपने अठारह साल के लम्बे करियर में कुल 133 मैचों में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया और इन 133 मैचों में इन्होनें 44039 गेंदें फेंकी। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि मुरलीधरन क्रिकेट जगत के सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक रहे हैं। छोटे कद के इस गेंदबाज को खेलना सबके बस की बात नहीं थी। उनकी गेंद काफी घूमती थी जिसे खेलना अच्छे अच्छे बल्लेबाजों के लिए भी काफी मुश्किल होता था।