#3 शेन वॉर्न
इस लिस्ट में तीसरा नाम ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न का है। अपने ज़माने के सबसे मशहूर स्पिनरों में से एक रहे शेन वॉर्न ने अपने पुरे करियर में कुल 40705 गेंदें फेंकी थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट मैच खेलने वाले शेन वार्न की घूमती हुई गेंदों को खेलना विपक्षी बल्लेबाजों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं होता था। उनके और मुरलीधरन के बीच बादशाहत की जंग काफी मशहूर थी। क्रिकेट प्रेमी आज भी इस बात को लेकर वाद-विवाद करते हैं की दोनों में से कौन-सा स्पिनर सर्वश्रेष्ठ था।
#2 अनिल कुंबले
मुथैया मुरलीधरन के समकालीन रहे अनिल कुंबले का नाम इस लिस्ट में दुसरे नंबर पर आता है। उन्होंने 132 टेस्ट मैचों में कुल 40850 गेंदें फेंकी थी। अनिल कुंबले ने अपने दम पर कई मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलवाई थी। उनकी गेंदबाजी की सबसे बड़ी खासियत उनकी उछाल भरी गेंदें थी। आम तौर पर उन्हें ज्यादा टर्न नहीं मिलता था लेकिन उनकी उछाल भरी गेंदें विपक्षी बल्लेबाजों को खूब परेशान करती थी। अपने करियर के अंतिम दौर में उन्होंने भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी। जंबो के नाम से मशहूर अनिल कुंबले टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनके नाम कुल 619 विकेट हैं।
#1 मुथैया मुरलीधरन
टेस्ट क्रिकेट के अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा गेंद फेंकने वाले गेंदबाज श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं। इस दिग्गज स्पिनर ने अपने अठारह साल के लम्बे करियर में कुल 133 मैचों में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया और इन 133 मैचों में इन्होनें 44039 गेंदें फेंकी। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि मुरलीधरन क्रिकेट जगत के सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक रहे हैं। छोटे कद के इस गेंदबाज को खेलना सबके बस की बात नहीं थी। उनकी गेंद काफी घूमती थी जिसे खेलना अच्छे अच्छे बल्लेबाजों के लिए भी काफी मुश्किल होता था।